
यदि आप भी है मोमोज खाने के दीवाने तो हो जाइए सावधान,सकता है नुकसान।

भागदौड़ से भरी इस दुनिया में लोगों को हर चीज की जल्दी रहती है। काम हो या खाना अब सब कुछ फास्ट हो गया है। व्यस्तता से भरे इस जीवन में अब लोगों के खाने की आदतें भी काफी बदल चुकी हैं। मौजूदा समय में हर कोई अपना ज्यादातर समय घर से बाहर बिता रहा है। ऐसे में फास्ट फूड और बाहर का खाना लोगों के दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। आजकल पिज्जा,बर्गर, नूडल्स लोगों की पसंद और जरूरत दोनों की बनती जा रही है। इन्हीं फास्ट फूड्स में से एक मोमोज वर्तमान में हर किसी की पसंद बना हुआ है। ऑफिस से निकलकर या दोस्तों के साथ आउटिंग के दौरान लगभग सभी इसे खाते नजर आते हैं।
मोमोज का चलन भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। बच्चे हो या बड़े सभी मोमोज को पसंद करते हैं। नेपाल से शुरू हुई यह डिश अब पहाड़ों से होते हुए बिहार, झारखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में पैर पसार चुकी है। शाम होते ही सड़कों पर जगह-जगह आपको मोमोज की स्टोल दिख जाएगी। क्या आपकों पता है यह डिश लोगों की जान भी ले रही है। हाल ही में बिहार के गोपालगंज में युवक की मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि युवक ने जरूरत से ज्यादा मोमोज खा लिए थे, उसी के कारण उसकी मौत हुई।
मोमोज खाने से होने वाले नुकसान
बच्चों से लेकर बड़ों तक मोमोज इन दिनों हर किसी की पसंद बना हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिन मोमोज को आप चटकारे लेकर शौक से खाते हैं, वही मोमोज आपकी सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकते हैं। सिर्फ मोमोज ही नहीं, बल्कि उसके साथ मिलने वाली लाल चटनी भी आपकी सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। तो जानते हैं स्वादिष्ट लगने वाले मोमोज के हानिकारक प्रभावों के बार में।
वजन बढना
मोमोज को बनाने के लिए मैदे का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में मैदे में भारी मात्रा में मौजूद स्टार्च से मोटापा बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा मैदा खाने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड में ट्राइग्लीसराइड (बुरा कोलेस्ट्रॉल) का स्तर बढ़ सकता है।
पाचन से जुड़ी दिक्कतें होना
मोमोज का आटा मैदा से तैयार किया जाता है और मैदे को तैयार करने के लिए उसमें से फाइबर पूरी तरह निकाल दिया जाता है, जिससे यह पचने में मुश्किल हो जाता है और कब्ज, गैस, पेट दर्द और पाचन संबंधी कई समस्याओं का कारण बन सकता है।
किडनी पर होता है असर
मोमोज बनाने के लिए नमक और कई सॉस का इस्तेमाल किया जाता है। जरूरत से ज्यादा नमक का सेवन हाई बीपी का एक बड़ा कारण बन सकता है और दिल की बीमारियों, किडनी के रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है।y




