
Breast Cancer Awareness Pink Rally in Nainital by Asha Foundation
आशा फाउंडेशन की पहल से डीएसए मैदान में हुआ जागरूकता कार्यक्रम
🌸 पिंक रैली ने जगाई उम्मीद — “हर महिला को मिले स्वस्थ जीवन का हक़”
नैनीताल, 6 अक्टूबर 2025🖋️ अफजाल हुसैन फ़ौजी
अक्टूबर माह को पूरी दुनिया में Breast Cancer Awareness Month के रूप में मनाया जाता है। नैनीताल में इस अवसर पर Asha Foundation द्वारा आयोजित Pink Rally ने समाज को एक सशक्त संदेश दिया — “समय पर जांच, सही जानकारी और साहस से कैंसर को हराया जा सकता है।”
कार्यक्रम में शहर के विद्यार्थियों, डॉक्टर्स, समाजसेवियों और आम नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। नुक्कड़ नाटक, जागरूकता भाषण और विशेषज्ञों की सलाह ने माहौल को भावनात्मक और प्रेरणादायक बना दिया।
🌷 नैनीताल की सड़कों पर फैला जागरूकता का गुलाबी रंग
नैनीताल की सुबह उस दिन कुछ ख़ास थी। हवा में ठंडक थी, लेकिन दिलों में एक गर्मजोशी — किसी की ज़िंदगी बचाने की भावना। डीएसए मैदान गुलाबी रंग के कपड़ों और बैनरों से सजा था। हर चेहरे पर उम्मीद, हर कदम में जागरूकता का संकल्प था।
यह सिर्फ़ एक रैली नहीं, बल्कि आंदोलन की शुरुआत थी — Breast Cancer जैसे गंभीर विषय पर खुलकर बात करने की।
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🌸 समाज में खामोशी का तोड़ना जरूरी है
हमारे समाज में अब भी “स्तन कैंसर” जैसे शब्द को बोलने में झिझक महसूस की जाती है। महिलाएं अपनी तकलीफ़ों को छुपा लेती हैं, डर या शर्म के कारण डॉक्टर के पास नहीं जातीं।
लेकिन पिंक रैली ने उस ख़ामोशी को तोड़ दिया। सेंट मैरी स्कूल की छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक के ज़रिए यह दिखाया कि बीमारी को छुपाना नहीं, समझना और समय पर इलाज करना ज़रूरी है।
💖 डॉक्टर्स की सीख — Awareness is the first cure
किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, लखनऊ के डॉ. आनंद मिश्रा ने कहा कि Breast Cancer महिलाओं में सबसे आम लेकिन इलाज़ योग्य कैंसर है।
उन्होंने बताया, “अगर महिलाएं हर महीने Self-Examination करें और किसी भी बदलाव पर डॉक्टर से मिलें, तो यह बीमारी शुरुआती चरण में पूरी तरह ठीक हो सकती है।”
हल्द्वानी के चंदन हॉस्पिटल के Dr. Shashank Bansal और Dr. Smita Singh ने भी लोगों को बताया कि खानपान, तनाव, और जीवनशैली में छोटे बदलाव से बड़ा फर्क पड़ता है।
🌷 आशा शर्मा — “पिंक लेडी ऑफ नैनीताल”
आशा फाउंडेशन की अध्यक्षा आशा शर्मा ने जब कहा — “अगर महिलाएं जागरूक रहें, तो 80% मामलों में कैंसर को हराया जा सकता है”, तो पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा।
उनकी मुस्कान में विश्वास था, और उनके शब्दों में अनुभव। उन्होंने इस मुहिम की शुरुआत 2019 में की थी और आज यह शहर की पहचान बन चुकी है।
उनकी यह लाइन यादगार रही —
“गुलाबी रंग सिर्फ़ रंग नहीं, उम्मीद की पहचान है।”
🌸 एक सामाजिक एकता का दृश्य
रैली में बच्चे, महिलाएं, बुज़ुर्ग — सब शामिल थे। Mal Road गुलाबी गुब्बारों से सजी थी, और लोगों के हाथों में बैनर — “Early Detection Saves Lives”, “Be Aware, Be Strong” जैसे संदेश लिए हुए।
रैली के बाद जब डीएसए मैदान में विशेषज्ञों ने भाषण दिए, तो हर शब्द ने दिल को छुआ।
एसडीएम नवाज़िश ख़लीक, एसपी सिटी जगदीश चंद्रा, विधायक सरिता आर्या, नगरपालिका अध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल जैसे गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।
सबका एक ही संदेश था — “जागरूकता ही बचाव है।”
🌺 भावनात्मक जुड़ाव — Pink is Power
यह सिर्फ़ महिलाओं का विषय नहीं, यह पूरे समाज की जिम्मेदारी है।
हर पति, बेटा, भाई — अगर महिलाओं की सेहत को प्राथमिकता दें, तो यह बीमारी हार जाएगी।
रैली के अंत में जब भीड़ ने एक स्वर में कहा —
“हम सब मिलकर कैंसर को हराएँगे।”
तो वह आवाज़ सिर्फ़ मैदान में नहीं, पूरे नैनीताल की गलियों में गूँज उठी।
🌼 संवेदनशील सामाजिक सन्देश:
“ज़िंदगी अमूल्य है। शरीर के संकेतों को नज़रअंदाज़ मत करें।”
यह रैली सिर्फ़ एक दिन की घटना नहीं, बल्कि एक याद दिलाने वाली पहल थी — कि जागरूकता ही सबसे बड़ा इलाज़ है।
कार्यक्रम का संचालन मीनाक्षी कीर्ति, दीपक कुमार और प्रो. ललित तिवारी ने किया।
इस मौके पर पर्यावरणविद् प्रो. अजय रावत, सीओ सिटी अमित कुमार, रेखा सांगवान, बिड़ला स्कूल के प्रधानाचार्य अनिल शर्मा, डॉ. एमएस दुग्ताल, डॉ. अभिनव गंगोला, मुन्नी तिवारी, नीलू एलायंस, मारुति नंदन साह और ईशा साह सहित कई गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।