
जब कुमार सानू से इस विषय पर प्रश्न पूछा गया, तो उन्होंने एक चौंकाने वाला उत्तर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा अब तक बेहद सफल रही है और उद्योग में उन्हें बहुत सम्मान मिलता है।
~Tanu
(शाह टाइम्स)। कुमार सानू, हिंदी सिनेमा के एक प्रमुख और प्रसिद्ध गायक हैं, जिन्होंने 90 के दशक में कई हिट गानों से दर्शकों का दिल जीता। उनकी आवाज़ आज भी किसी भी पार्टी, इवेंट या शादी की शोभा बढ़ाने के लिए आवश्यक मानी जाती है। जब भी वह स्टेज पर प्रस्तुति देते हैं, उनकी गायकी से संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। हालांकि, उनकी उत्कृष्ट गायकी के बावजूद, हाल के वर्षों में फिल्मों में उनके गानों की संख्या कम हो गई है। जब कुमार सानू से इस विषय पर प्रश्न पूछा गया, तो उन्होंने एक चौंकाने वाला उत्तर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा अब तक बेहद सफल रही है और उद्योग में उन्हें बहुत सम्मान मिलता है। बावजूद इसके, उन्होंने कहा, “लोग मुझे बहुत इज्जत और प्यार देते हैं, मेरे गाने भी सुनते हैं, लेकिन मुझे नहीं पता कि मेरी आवाज़ को हिंदी फिल्मों में क्यों नहीं इस्तेमाल किया जा रहा है।”
सानू ने यह भी साझा किया कि यह सवाल उनके मन में बार-बार आता है कि जब लोग उन्हें इतना प्यार और सम्मान देते हैं, तो उन्हें गाने का अवसर क्यों नहीं दिया जाता। उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि यह समझना कठिन है कि क्या यह प्यार असली है या नहीं, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें बहुत सम्मान मिलता है। हाल ही में, कुमार सानू ने अमेरिका में कई लाइव शोज किए और बताया कि अभी भी बहुत से लोग उनकी आवाज़ को पसंद करते हैं। उन्होंने कहा, “लोग कहते हैं कि अगर हमें गाने का मौका नहीं मिल रहा है, तो यह मेकर्स की समझ की कमी है। मैं अभी भी प्रदर्शन करता हूं और मेरी फैन फॉलोइंग अच्छी है। मेरे शोज हमेशा सोल्ड आउट होते हैं और पब्लिक की डिमांड है। इस साल अक्टूबर और नवंबर में भी मैं लाइव शोज करूंगा। यदि इंडस्ट्री वाले इसे समझें, तो अच्छा होगा; अन्यथा यह उनका दुर्भाग्य होगा।”
कुमार सानू ने ‘चुरा के दिल मेरा’, ‘दो दिल मिल रहे हैं’ और ‘चोरी चोरी जब नजरें मिलीं’ जैसे कई सुपरहिट गाने दिए हैं। हाल ही में, उन्होंने फिल्म ‘दम लगा के हईशा’ (2015) में ‘दर्द करारा’ और ‘सिम्बा’ (2018) में ‘आंख मारे’ जैसे गाने गाए थे।