मिलिट्री स्कूल गैर-सरकारी संगठनों, निजी स्कूलों और राज्य सरकारों के साथ साझेदारी क्रमबद्ध तरीके से खोले जाएंगे
नई दिल्ली। देश के हर कोने तक सैनिक स्कूलों (Military schools) की सुविधा उपलब्ध कराने की योजना के तहत सरकार ने 23 नए सैनिक स्कूलों को मंजूरी दे दी है।
छठी कक्षा से शुरू होने वाले ये सैनिक स्कूल गैर-सरकारी संगठनों, निजी स्कूलों और राज्य सरकारों (State governments) के साथ साझेदारी क्रमबद्ध तरीके से खोले जाएंगे। इन स्कूलों को 100 नए सैनिक स्कूल (Military school) स्थापित करने की सरकार की पहल के तहत मंजूरी दी गई है। इस पहल के तहत सैनिक स्कूल सोसायटी (Sainik School Society) द्वारा नए सैनिक स्कूलों (Military schools) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विभिन्न आवेदनों के मूल्यांकन के बाद 23 नए स्कूलों को खोलने की मंजूरी दी है। इस पहल से सैनिक स्कूल सोसाइटी Sainik School Society) के तत्वावधान में साझेदारी मोड के तहत खुलने वाले नए सैनिक स्कूलों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है, इसके अलावा मौजूदा 33 सैनिक स्कूल पहले से ही पूर्ववर्ती पैटर्न के तहत काम कर रहे हैं।
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नए सैनिक स्कूलों (Military schools) की स्थापना का उद्देश्य छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और उन्हें सशस्त्र बलों में शामिल होने सहित बेहतर कैरियर के अवसर प्रदान करना है। यह निजी क्षेत्र को, युवाओं को कल का जिम्मेदार नागरिक बनाकर राष्ट्र निर्माण की दिशा में सरकार के साथ मिलकर काम करने का अवसर भी देता है। नए 23 सैनिक स्कूलों की प्रदेश वार सूची सैनिक स्कूल की वेबसाइट पर देखी जा सकती है।
नए सैनिक स्कूल (Military school) , संबंधित शिक्षा बोर्डों से संबद्धता के अलावा, सैनिक स्कूल सोसायटी Sainik School Society) के तत्वावधान में कार्य करेंगे और सोसायटी द्वारा निर्धारित साझेदारी मोड में नए सैनिक स्कूलों के लिए नियमों और विनियमों का पालन करेंगे। वे अपने नियमित संबद्ध बोर्ड पाठ्यक्रम के अलावा सैनिक स्कूल पैटर्न के छात्रों को अकादमिक प्लस पाठ्यक्रम की शिक्षा भी प्रदान करेंगे।