
Harish Rawat
फाइल व भूलेख जो गुम हो रहे, एसआईटी को कहिये कि हरदा की जांच करें
कृषि विभाग में बीज घोटाले की फाइल गुम होने पर हरीश रावत ने बोला हमला
Report- Mohd Shahnazar
देहरादून। उत्तराखंड(Uttarakhand) के पूर्व मुख्यमंत्री(Former Chief Minister) व कांग्रेस(Congress) के वरिष्ठ नेता हरीश रावत(Harish Rawat) ने कृषि विभाग की फाइल(Agriculture Department) गुम होने को लेकर भाजपा(BJP) पर निशाना साधा है। कांग्रेस(Congress) नेता हरीश रावत(Harish Rawat) अपने खास राजनीतिक अंदाज के लिए जाने जाते हैं, वो अपने विरोधियों पर भी अपने चिर-परिचित अंदाज में ही निशाना साधते है। इस बार हरीश रावत के निशाने पर धामी सरकार का कृषि विभाग है।
हरीश रावत(Harish Rawat)ने ट्वीट में लिखा कि ‘कृषि विभाग(Agriculture Department)की फाइल गुम हो रही है 2022-23 में और भाजपा (BJP) के नेता उन पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा कि एक काम करिए इस पर एक मजबूत एसआईटी बैठाइये, मेरे ऊपर बैठाइये, नाम लेकर के बैठाइये कि इस फाइल के गुम होने में हरीश रावत की संलिप्तता की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है, बल्कि कोई आईजी या एडीजी लेबल के अधिकारी को यह काम सौंपिये। हरीश रावत (Harish Rawat)ने अपने ट्विटर हैंडल में लिखा कि वाह भई भाजपाइयों! कृषि विभाग(Agriculture Department) की फाइल गुम हो रही है 2022-23 में और भाजपा (BJP) के पहलवान दनादन मुझ पर गोले दागे जा रहे हैं।
शायद उनको यह लगता है कि मेरा ही शासन काल 2023 तक भी विस्तारित है या फिर अटैक इज द बेस्ट डिफेंस, भू-आलेख परिवर्तित हो जा रहे हैं उनके लिए भी आप भाजपा के लोगों को मुझ ही को दोष देना चाहिए! एक काम करिए इस पर एक मजबूत एसआईटी बैठाइये, मेरे ऊपर बैठाइये, नाम लेकर के बैठाइये कि इस फाइल के गुम होने में हरीश रावत संलिप्तता की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
बल्कि कोई आईजी या एडीजी लेबल के अधिकारी को यह काम सौंपिये, बहुत सारे लालायित लोग होंगे और फिर आप तो इस काम में राष्ट्रीय स्तर पर माहिर हैं। जब आपके आका दल-बदल करवाते हैं मेरी पार्टी से और सीबीआई की जांच भी मुझ पर ही पर बैठाते हैं तो कोई बात नहीं आप अपनी उस परंपरा को कायम रखिये और यह फाइल गुम होने के लिए और बल्कि यह भूलेख आदि जो गुम हो रहे हैं, उसके लिए भी एसआईटी को कहिये कि हरीश रावत की जांच करें।
यह है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि बीज घोटाला 2016 में संज्ञान में था, तत्कालीन सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) सरकार ने जांच सौपी थी, मगर सरकार बदल गयी, 10 अक्टूबर 2017 को जांच रिपोर्ट में बडी गडबडियों के मद्येनजर वृहद और व्यापक जॉच की बात कही, कुमॉउ कमिश्नर को 9 जनवरी 2018 को जांच सौंपी गयी, मार्च 2018 कुमाउॅ कमिश्नर ने अपनी रिपोर्ट में बडी अनिमियताओं के चलते एसआईटी (SIT) गठित करने की बात कही, प्रशासन ने दिसम्बर 2018 को बीज प्रमाणीकरण ऐजेन्सी के डायरेक्टर को हटा दिया।
लेकिन इस बड़े घोटाले पर एसआईटी (SIT) आज तक गठित नहीं हो सकी, आरटीआई (RTI) एक्टिविस्ट हरिशंकर पाण्डे की अपील की सुनवाई के दौरान सूचना आयुक्त योगेश भटट ने सरकार की कार्य प्रणाली पर गम्भीर सवाल और तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि पाण्डे यदि अपील न करते तो पता ही न चलता की फाईल गायब है। दो साल से फाईल गायब है और विभाग के सेक्शन ऑफिसर आरटीआई (RTI) एक्टिविस्ट द्वारा सूचना आयोग में अपील के बाद धारा चौकी में फाईल गायब होने की रिपोर्ट लिखवाते हैं, फाईल 14 अगस्त 2020 को अंतिम बार एडिश्नल सैकेट्री राम विलास यादव के ऑफिस में गई थी जो आय से अधिक मामले में जेल में हैं।