
ईडी ने सेंथिल बालाजी को नकदी के बदले नौकरी घोटाले मामले में गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं
चेन्नई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तमिलनाडु (Tamil Nadu) के मंत्री वी. सेंथिल बालाजी (V. Senthil Balaji) के आवास और कार्यालय परिसरों में 60 भूमि भूखंडों (land plots) के अस्पष्ट संपत्ति दस्तावेज, 22 लाख रुपये की नकदी और 16.6 लाख रुपये की बेहिसाब कीमती चीजें जब्त की है। ईडी ने सेंथिल बालाजी (Senthil Balaji) को नकदी के बदले नौकरी घोटाले मामले में गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी ने ट्वीट में कहा कि तलाशी के दौरान 22 लाख रुपये की नकदी और 16.6 लाख रुपये के बेहिसाब कीमती सामान के साथ-साथ 60 भूमि के अस्पष्ट संपत्ति दस्तावेज जब्त किेए गए है।
ईडी ने ‘नौकरियों के लिए नगदी’ घोटाले के संबंध में चेन्नई सिटी पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा (CCB) द्वारा दर्ज तीन एफआईआर के आधार पर जांच कर रही। जांच के दौरान, खुफिया जानकारी से संकेत मिला कि सेंथिल बालाजी (Senthil Balaji) के करीबी सहयोगियों में से एक, एस.टी. समीनाथन के पास आपत्तिजनक दस्तावेज़/अपराध की आय थी और उसने उन्हें छुपाने/स्थानांतरित करने का प्रयास किया। जिसके बाद डिंडुगुल (Dindugul) जिले में उनके परिसरों पर तलाशी ली गई।
दैनिक शाह टाइम्स अपने शहर के ई-पेपर पढने के लिए लिंक पर क्लिक करें
ईडी ने बताया कि तलाशी के दौरान पता चला कि समीनाथन की भाभी शांति उसकी बेनामी को छुपाने का काम कर रही थी और उन्हें दस्तावेजों और कीमती सामान से भरे बैग ले जाते देखा गया था। जांच टीमों ने नमक्कल जिले में शांति के परिसर को खंगाला। हालांकि, वह मौके पर मौजूद नहीं थीं।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज और जांच से पता चला है कि बैग परमथी वेलूर में ड्राइवर शिवा को सौंप दिए गए थे। जब शिवा के घर की तलाशी ली गई, तो वह पहले ही फरार हो गया था और शांति के घर की तलाशी के बारे में पता चलने के बाद उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था। उनके घर की तलाशी के दौरान 22 लाख रुपये नगदी और 16.6 लाख रुपये के कीमती सामान के साथ-साथ 60 भूमि भूखंडों के संपत्ति दस्तावेज मिले। शांति ने कथित तौर पर तलाशी कार्यवाही में सहयोग नहीं किया।
ईडी ने बताया कि जांच से पता चला कि शांति एक गृहिणी है और उनके पास आय का कोई स्रोत नहीं था। शिव ने अपने बयान में कबूल किया कि शांति ने उन्हें इस डर से बैग दिए थे कि आपत्तिजनक विवरण सामने आ जाएंगे।