
रिपोर्ट : नदीम सिद्दीकी
16 फरवरी 2015 को विक्की त्यागी की मुजफ्फरनगर के कोर्ट रूम में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
अधिवक्ता के रूप में पहुंचे सागर मलिक ने आत्मसमर्पण कर दिया था
मुजफ्फरनगर। आठ साल पूर्व कोर्ट रूम में गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतारे गए कुख्यात विक्की त्यागी हत्याकांड (Vicky Tyagi Massacre) के मामले में बुधवार को भी सुनवाई नहीं हो पाई। मुकदमे की सुनवाई के लिए कोर्ट ने 27 सितंबर की तिथि नियत की है। इस मुकदमे में सीबीसीआइडी (CBCID) ने विवेचना कर 9 लोगों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल की थी। जिनमें दो आरोपियों का मुकदमा अभी तक सेशन के सुपुर्द नहीं हो पाया है। जबकि अन्य आरोपियों के मुकदमे की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-7 में चल रही है।
गौरतलब है कि 16 फरवरी 2015 को विक्की त्यागी ((Vicky Tyagi) की मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के कोर्ट रूम में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद अधिवक्ता के रूप में पहुंचे सागर मलिक ने आत्मसमर्पण कर हथियार पुलिस के हवाले कर दिया था। इस मामले में विक्की त्यागी की मां सुप्रभा ने मुकदमा दर्ज कराया था।
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सीबीसीआइडी ने मामले की विवेचना पूर्ण कर सागर मलिक, सौरभ मलिक, ब्रजबीर, शाहनजर, अनिल बालियान, सईद मुल्ला, रंजनवीर और विकास के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। इस मामले में आरोपी रंजनवीर और विकास उर्फ गुड्डू ने हाईकोर्ट से गिरफ्तारी के विरुद्ध स्टे ले लिया था। इस दौरान बाकी की फाईल सेशन कमिट हो गई थी। रंजनवीर और विकास उर्फ गुड्डू का मामला अभी सीजेएम कोर्ट में ही विचाराधीन है।
वादी पक्ष के अधिवक्ता सुरेन्द्र शर्मा (Surendra Sharma) ने बताया कि दो आरोपियों की फाईल सेशन के सुपुर्द न होने के कारण मुकदमे की सुनवाई में तेजी नहीं आ रही है। मामले में हत्या के आरोपि रंजनवीर और विकास का हाईकोर्ट का स्टे खारिज हो चुका है। दोनों की फाइल सेशन सिपुर्द किए जाने की मांग करते हुए वादिया की ओर से दो बार सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र लगाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस मामले मेंं कोर्ट ने सुनवाई के लिए अब 27 सितंबर की तिथि लगाई है।