
Report By: Safdar Ali
सिगरेट के लाइटर को पिसकर बनाया जाता था प्लास्टिक दाना
नई दिल्ली। बवाना (Bawana) स्थित लाइटर पिसकर प्लास्टिक दाना बनाने वाली एक फैक्टरी में बुधवार शाम अचानक ब्लास्ट हो गया। हादसे में दो कर्मचारियों की मौत हो गई। जबकि महिला समेत चार कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिये मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया है।
पुलिस ने फैक्टरी मालिक मुकेश (Mukesh) के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस फैक्टरी मालिक आदि से पूछताछ कर रही है। जबकि हादसे की चपेट में आए कर्मचारियों के परिवार वालों ने फैक्टरी मालिक आदि पर कई गंभीर और फैक्टरी में लापरवाही के आरोप लगाए हैं। पुलिस उपायुक्त रवि कुमार ने बताया कि हादसे की वजह शुरूआती जांच में पता चली कि लाइटरों को पीसते समय एक विस्फोट हुआ था।
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जानकारी के मुताबिक मृतकों की पहचान हरवीर और अशोक के रूप में हुई। दोनों गांव नागरिया (Nagriya), एटा यूपी (Etah UP) के रहने वाले थे। जबकि घायलों की पहचान संजीव, सोनू,ऊषा और भानू के रूप में हुई। पुलिस को शाम चार बजकर 48 मिनट पर प्लॉट नंबर 58,ओ ब्लॉक,सेक्टर-3 बवाना औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी में ब्लॉस्ट होने की पीसीआर कॉल मिली थी।
पुलिस और दमकलकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे। फैक्टरी में कोई आग नहीं लगी थी। लेकिन ब्लॉस्ट होने से आधा दर्जन कर्मचारी घायल हो गए थे। आसपास सिगरेट जलाने के लाईटर पड़े हुए थे। दीवारों में भी दरारें पड़ गई थी। घायलों को पहले ही कर्मचारी नजदीक के महर्षि वाल्मिकी अस्पताल (Maharishi Valmiki Hospital) ले जा चुके थे। फर्श पर खून भी पड़ा हुआ था।
पुलिस ने क्रॉइम टीम की सहायता से सबूत इक्ट्ठा किये। पुलिस की एक टीम अस्पताल पहुंची। डॉक्टरों ने दो कर्मचारियों को मृत घोषित कर दिया जबकि चार में से दो की हालत गंभीर देखकर उनको दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करवा दिया। हादसे की चपेट में आए सभी कर्मचारी ब्लास्ट के पास ही मौजद होकर अपना काम कर रहे थे। कर्मचारियों ने ही उनके परिवार वालों को हादसे की जानकारी दी। जिन्होंने अस्पताल पहुंचकर अपनों के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की। परिवार वालों का आरोप है कि उनको अपनों के बारे में जानकारी सही तरीके से न तो डॉक्टर और न ही पुलिस दे रही थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फैक्टरी किराये पर मुकेश चला रहा है। फैक्टरी में सिगरेट जलाने वाले लाइटर को डिस्पोज करके प्लास्टिक का दाना बनाया जाता है। हादसे के वक्त बेसमेंट में लाइटर को डिस्पोज करने का मशीन से काम चल रहा था। उसी वक्त एक ब्लास्ट हुआ था और धुआं उठने लगा था। अन्य कर्मचारी फैक्टरी से बाहर आ गए थे। ब्लास्ट की वजह से बाहर खड़ी एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। अधिकारियों का कहना है कि हादसे की चपेट में आए कर्मचारियों के बयान दर्ज नहीं हुए हैं। लेकिन शुरूआती जांच में शक है कि लाइटर में गैस होती है। उनको पिसते वक्त गैस निकलने पर ब्लास्ट हुआ जिसकी चपेट में आधा दर्जन कर्मचारी आ गए थे।