
नई दिल्ली । दिवाली के पावन पर्व के दिन उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा आज तड़के अचानक धंस गया जिससे उसमें काम कर रहे करीब 40 मजदूर अंदर फंस गए।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, हादसा सिलक्यारा की तरफ तड़के करीब चार बजे हुआ जब साढ़े चार किलोमीटर लंबी निर्माणाधीन सुरंग का करीब 150 मीटर हिस्सा धंस गया।
हादसे की जानकारी मिलते ही उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों की कमान संभाली. मौके पर पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, अग्निशमन, आपातकालीन 108 व सुरंग का निर्माण करा रही संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) के कर्मचारी भी मौके पर सुरंग खुलवाने के काम में जुटे हुए हैं।
हर मौसम के अनुकूल चार धाम सड़क परियोजना के तहत बन रही इस सुरंग के बनने से उत्तरकाशी से यमुनोत्री धाम तक का सफर 26 किलोमीटर कम हो जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टनल के अंदर काम कर रहे सभी मजदूर 800 मीटर की दूरी पर फंसे हुए हैं. मजदूरों को पाइपों की मदद से अंदर ऑक्सीजन दी जा रही है. कहा जा रहा है कि सिलक्यारा की तरफ 200 मीटर पर मलबा आने से मजदूर फंस गए हैं. अभी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
रेस्क्यू टीम मलबा हटाने के काम में जुटी हुई है. लेकिन लगातार आ रहा मलबा परेशानी पैदा कर रहा है।
बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले में 2021 में भी तपोवन सुरंग के अंदर मजदूर फंस गए थे. तमाम मशक्कत के बाद भी मजदूरों को नहीं बचाया जा सका था. इस हादसे में 53 मजदूरों की मौत हो गई थी।
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