देहरादून। उत्तराखंड (Uttarakhand) में शीत लहर और बर्फबारी के बीच हिमालय पर्वत श्रृंखला पर भगवान शंकर (Lord Shankar) के 11वें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट बुधवार भैयादूज (Bhaiyaduj), कार्तिक मास शुक्ल पक्ष द्वितीया (Kartik month Shukla Paksha II), वृश्चिक राशि (Scorpio), ज्येष्ठा नक्षत्र (Jyeshtha Nakshatra) के शुभ अवसर पर प्रात: साढ़े आठ बजे विधि-विधान से शीतकाल के लिए बंद हो गये। कपाट बंद होने के समय मौसम साफ रहा।
कपाट बंद होने के अवसर पर मंदिर को विशेष रूप से फूलों से सजाया गया और ढाई हजार से अधिक तीर्थयात्री कपाट बंद होने के गवाह बने। इस दौरान सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों के से केदारनाथ (Kedarnath) गूंज उठा। कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ (Kedarnath) की पंचमुखी डोली हजारों तीर्थयात्रियों के साथ सेना के बैंड बाजों के साथ पैदल प्रथम पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान हुई।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) अध्यक्ष अजेंद्र अजय (Ajendra Ajay) मंगलवार को कपाट बंद की तैयारियों हेतु केदारनाथ (Kedarnath) पहुंच गये थे। आइस मौके पर आज समापन समारोह में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा (Himanta Biswa Sharma) की धर्मपत्नी मीडिया दिग्गज रिनिकी भुयान शर्मा तथा परिजन भी मौजूद थे।
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इस अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) की प्रेरणा तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के मार्गदर्शन में केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) का सफलतापूर्वक समापन हो रहा है। इस यात्रा वर्ष में साढ़े उन्नीस लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये। उन्होंने यात्रा से जुड़े सभी संस्थानों को भी बधाई दी। बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि केदारनाथ धाम में कपाट खुलने की तिथि से मंगलवार 14 नवंबर रात्रि तक उन्नीस लाख सत्तावन हजार आठ सौ पचास (1957850) तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये।
भारतीय सेना, भारत तिब्ब्त सीमा पुलिस (ITBP) तथा दानीदाताओं ने तीर्थयात्रियों के लिए भंडारे आयोजित किये थे। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ (Dr. Harish Gaur) ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि कपाट बंद होने के बाद आज केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली पहले पड़ाव रामपुर पहुंचेगी। 16 नवंबर को पंचमुखी डोली गुप्तकाशी (Guptkashi) पहुंचेगी। 17 नवंबर शुक्रवार को भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी मूर्ति शीतकालीन पूजा स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। इसके पश्चात शीतकालीन पूजास्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में केदारनाथ भगवान की शीतकालीन पूजा शुरू हो जायेगी।
इस अवसर पर मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती,बीकेटीसी मुख्यकार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह, तहसीलदार दीवान सिंह राणा कार्याधिकारी आरसी तिवारी, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, थाना प्रभारी मंजुल रावत प्रदीप सेमवाल, अरविंद शुक्ला, देवानंद गैरोला उम्मेद नेगी, कुलदीप धर्म्वाण, ललित त्रिवेदी सहित जनप्रतिनिधि तीर्थपुरोहित एवं हज़ारों तीर्थयात्री मौजूद रहे।
गौरतलब है कि बदरीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट 18 नवंबर को बंद हो रहे है। गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) के कपाट अन्नकूट गोवर्धन पूजा (Govardhan puja) के अवसर पर 14 नवंबर को बंद हुए यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) आज दोपहर शीतकाल के लिए बंद किया जा रहा है।