
ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 812 वें सालाना उर्स का झंडा
अजमेर । राजस्थान के अजमेर में आज से ठीक एक माह बाद ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती (Khwaja Moinuddin Hassan Chishti) के 812 वें सालाना उर्स का झंडा चढ़ेगा।
इस्लामिक कलैन्डर की 25 जमादिल यानि 8 अथवा 9 जनवरी 2024 को शाम रोशनी से पहले दरगाह के बुलंद दरवाजे पर झंडा चढ़ाने की परम्परागत रस्म पूरी की जायेगी, जिसे भीलवाड़ा का गौरी परिवार निभायेगा।
दरगाह का प्रबंधन सम्भालने वाली दरगाह कमेटी द्वारा जारी सालाना उर्स कार्यक्रम के मुताबिक 29 जमादिल यानि 12 अथवा 13 तारीख को जन्नती दरवाजा तड़के खोला जायेगा और पहला गुस्ल होगा। रजब 1 यानि 13 अथवा 14 तारीख को महफिल व दूसरा गुस्ल होगा और धार्मिक परम्परा के तहत 15 अथवा 16 तारीख को महफिल और तीसरा एवं चौथा गुस्ल होगा। उर्स के दौरान 17 अथवा 18 तारीख को छोटे कुल की रस्म एवं उर्स छठी महफिल होगी। 18 अथवा 19 तारीख को कुल की महफिल होगी। और 21 अथवा 22 तारीख को बड़े कुल की रस्म के साथ उर्स विधिवत सम्पन्न हो जायेगा । इस बीच 12 एवं 19 जनवरी को जुम्मे की सार्वजनिक नमाज भी अदा की जायेगी।
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उर्स को देखते हुए दरगाह कमेटी ने न केवल दरगाह शरीफ में ब्लकि कायड़ विश्राम स्थली पर भी जायरीनों को ठहराने की व्यवस्था के लिये तैयारी शुरू की है। हालांकि दरगाह कमेटी अस्तित्व में नहीं है, जिससे निर्णय लेने में असुविधा भी हो रही है।
उल्लेखनीय है कि इस बार का सालाना उर्स ऐसे समय आ रहा है जब जनवरी माह में तेज सर्दी का प्रकोप रहेगा। दरगाह कमेटी एवं प्रशासन को सर्दी से बचाव के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करनी होगी।







