
रंगदारी मांगने के इल्ज़ाम में सेवानिवृत जिला पंचायत के अधिकारी भेजे गये जेल
महोबा। उत्तर प्रदेश में महोबा (Mahoba) की सदर कोतवाली पुलिस ने पत्थर व्यवसायी से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के इल्ज़ाम में जिला पंचायत के सेवानिवृत्त अपर मुख्य अधिकारी को आज गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
अपर पुलिस अधीक्षक सत्यम (Satyam) ने बताया कि मुख्यालय के गांधी नगर निवासी भाजपा के लघु उद्योग प्रकोष्ठ के जिला संयोजक और पत्थर व्यवसाई सुलभ सक्सेना (Sulabh Saxena) ने जिला पंचायत महोबा के सेवानिवृत्त अपर मुख्य अधिकारी रणमत सिंह (Ranmat Singh) के खिलाफ पुलिस को एक शिकायत दी जिसमें उन्हाेंने सेवानिवृत अधिकारी पर घर मे घुसकर राइफल की नोक पर तीन लाख रुपये छीन ले जाने और एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था। पीड़ित के मुताबिक उसके साथ यह घटना बीते दिनों 06 दिसंबर को हुई थी जब वह अपने घर मे बैठे एक व्यक्ति के साथ व्यापारिक डील कर रहे थे।
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अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पत्थर व्यापारी द्वारा घटना के साक्ष्य में सीसीटीवी के फुटेज उपलब्ध कराए गए थे,जिसमें आरोपी रणमत सिंह को राइफल धारी अपने अंगरक्षक के साथ उसके घर मे आते.जाते व नगद रकम ले जाते हुए स्पष्ट देखा जा रहा था। मामले में पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच की थी और आरोपी जालौन जिले के निवासी रणमत सिंह राजपूत और उसके साथी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करके उसकी तलाश शुरू की थी। एएसपी के अनुसार पुलिस टीम ने आज सुबह आरोपी को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसका कथित निजी अंगरक्षक अभी फरार है।
उधर पुलिस हिरासत में आरोपी सेवानिवृत एएमओ रणमत सिंह (AMO Ranmat Singh) ने पूरे मामले को षड्यंत्र करार दिया है। उसका कहना है कि पूरा मामला महोबा में जिला पंचायत की तहबाजारी की अवैधानिक तरीके से की जा रही वसूली से जुड़ा है। सम्बंधित जनों द्वारा कथित सिंडीकेट बनाकर की जा रही उक्त वसूली ओर वाहन चालकों के शोषण के इस प्रकरण की शिकायत उसके द्वारा पिछले दिनों जिलाधिकारी मृदुल चौधरी से की थी। जिसके बाद उसके खिलाफ झूठा मुकदमा पंजीकृत कराके कार्यवाही कराई गई।