
केंद्र सरकार आम चुनाव से पहले नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू करने की तैयारी में
दिल्ली। एक बार फिर इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर CAA लागू होने के बाद किसे नागरिकता मिलेगी और आवेदन की प्रक्रिया क्या होगी। दरअसल, केंद्र सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले इसे नोटिफाई कर दिया जाएगा।
केंद्र सरकार (Central Govt) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू करने की तैयारी के लिए कमर कस ली है।
केंद्र सरकार (Central Govt) के एक सीनियर सरकारी अफसर ने कहा है कि 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को नोटिफाई कर दिया जाएगा। इस बयान के बाद अब एक बार फिर इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू होने के बाद किसे नागरिकता मिलेगी और आवेदन की प्रक्रिया क्या होगी तो आइए आपको बताते हैं कि इस कानून के तहत किसे नागरिकता दी जाएगी।
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धर्म की बुनियाद पर पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में सताए गए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी धर्म के शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने के लिए भारत सरकार इस कानून को लेकर आई है। नागरिकता संशोधन बिल पहली बार 2016 में लोकसभा (Lok Sabha) में पेश किया गया था। यहां से तो ये पास हो गया था, लेकिन राज्यसभा में अटक गया. बाद में इसे संसदीय समिति के पास भेजा गया और फिर चुनाव आ गए। दोबारा चुनाव के बाद नई सरकार बनी, इसलिए दिसंबर 2019 में इसे लोकसभा में फिर पेश किया गया। इस बार ये बिल लोकसभा और राज्यसभा (Lok Sabha and Rajya Sabha), दोनों जगह से पास हो गया। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद 10 जनवरी 2020 से ये लागू हो गया।