जामिया अनवारूल उलूम ग्राम बिहारी का वार्षिक दो दिवसीय वार्षिक जलसा अमनो अमान की दुआ के साथ सम्पन्न हुआ
6 बच्चों को कुरआन हिफ्ज करने पर पगड़ी पहनाई गई
खतौली ,(Shah Times)। मुज़फ्फरनगर जामिया इस्लामिया अनवारूल उलूम बिहारी दो दिवसीय वार्षिक जलसा उलमा-ए-इकराम के बयानों एवम दुआओं के साथ समापन हो गया। जलसे की अध्यक्षता मुफ्ती मुहम्मद अफ्फान मंसूरपुरी ने की और संचालन कारी सुहैल अख्तर रहीमी और कारी आस मुहम्मद ने संयुक्त रूप से किया।जलसे में छह हाफिज हुए बच्चों को पगडी पहनाई गई।
मुफ्ती मुहम्मद अफ्फान मंसूरपुरी ने कहा कि सभी मुसलमानों को मदारिस-ए-इस्लामिया अपने रिश्ते को मजबूती से जोड़ना होगा क्योंकि इन्हें से लगाव में हमारी कामयाबी है। मुफ्ती अफ्फान ने कहा की आज मदरसों से जो दीन शिक्षा दी जा रही है वो हमारी नस्लों के लिए कामयाबी की राह है उन्होंने कहा की जो बच्चे हाफिज हुए वो मुबारकबाद के पात्र है।
मुफ्ती अबू जंदल कासमी ने कहा कि इंसान को हर हाल में अल्लाह का शुक्रिया अदा करना चाहिए क्योंकि अच्छे और बुरे भाग्य का मालिक अल्लाह ही है।मौलाना सालिम नदवी ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के बिना कोई विकल्प नहीं है, शिक्षा इंसान को इंसान बनाती है और शिक्षा इंसान को अंधेरे से निकालकर रोशनी की ओर लाती है।
मौजूदा हालात पर बात करते हुए मुफ्ती फुजैल ऊस्ताज मदरसा खादिम-उल-इस्लाम ने कहा कि हालात चाहे कैसे भी हों, अल्लाह की मदद से निराश नहीं होना चाहिए।चीजों को अच्छा या बुरा बनाना अल्लाह के वश में है। अल्लाह जब चाहे चीजों को बदलने में सक्षम है। इसलिए सभी मुसलमानों को अल्लाह की ओर रुख करना चाहिए।
आमसभा में संस्था के संचालक मुफ्ती अब्दुल कादिर कासमी ने मदरसा की वार्षिक रिपोर्ट पेश की.
अंत में जामिया के प्रबंधक हाफ़िज़ उमर फ़ारूक़ ने सभी लोगो का शुक्रिया अदा किया।
जलसा प्रारंभ कारी उमर अशरफी की तिलावत और कारी फिरोज अनवर की नात नबी से हुई।
इस दौरान हाफिज उमर फारूक,मौलाना मुकर्रम कासमी मुहम्मद आसिफ कुरैशी बुढ़ानवी, मौलाना शोएब आलम, कारी अब्दुल रहमान, सूफी अनवर, मुफ्ती मुहम्मद यामीन कासमी, मौलाना हातिम, कारी महफुजुर रहमान, कारी इमरान, मौलाना मोअतसिम, हाफिज मुहम्मद इजाज, मौलाना शकील, मुफ्ती शामिल थे। उस्मान, मुफ्ती मुहम्मद आसिफ, कारी मुहम्मद वसीम, मौलाना जुल्फिकार, कारी उमर अशरफी, कारी उमैर मास्टर आजाद, मास्टर अल्ताफ, कारी राशिद, मास्टर आजम आदि विशेष रूप से शामिल रहे।