गुवाहाटी,(Shah Times)। असम एक ऐसा राज्य है जहाँ कोई सौ साल पहले से ही न जाने कितने समुदाय के लोग बसर कर रहे हैं।उनमे से एक है कार्बी समुदाय। बहुत ही सीधा सरल स्वभाव के ये कार्बी समुदाय के लोग अपनी अपनी परंपरा के तहत अपनी भाषा- वेश भूषा, संस्कृति के रक्षा के कारण ये त्योहार मानते आए है।
करीब 500 साल पहले से ही ये त्यौहार मानते आए है। खास तौर पर फागुन महीने की पहला मंगलवार को शुरू होता है और तीन दिनों तक अपनी रीति-नियमों के अनुसार ये उत्सव मनाया जाता है।
खास कर ये उत्सव समाज के हितों के लिए मनाया जाता है। उनका मानना है कि ये पूजा करने से समाज के जितने भी अमंगल कार्य है, वो सारे खत्म हो जाते है।