
मुरादाबाद,(Shah Times) । यदि आपके घर भी भीख मांगने के लिए महिला, पुरुष या बच्चे आते हैं तो सावधान रहें, भीख मांगने वाले यह महिला पुरुष आपके घर में चोरी की वारदात को अंजाम दे सकते हैं, थाना पाक़बरा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है, जो घरों में भीख मांगने के बहाने लोगों के घरों से सामान चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं, थाना पाकबड़ा पुलिस ने चोरी की घटनाओं का खुलासा करते हुए चार महिलाओं सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके कब्जे से चोरी किया गया माल भी पुलिस टीम ने बरामद किया है।
रिजर्व पुलिस लाइंस में एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने प्रेस वार्ता कर चोरी करने वाले इस गैंग का खुलासा किया है।बता दें की पाकबड़ा थाना क्षेत्र के गांव रतनपुर कला के रहने वाले अनीश पुत्र रजा हुसैन ने भीख न मांगने वाले महिला व पुरुष अज्ञात लोगों के द्वारा घर में रखे बैग से कपड़े व सोने चांदी के जेवरात चोरी कर ले जाने के संबंध में थाना पाकबड़ा पर शिकायत दर्ज कराई थी।
इस मामले में पाकबड़ा थाना पुलिस ने अमरोहा जनपद के डिडौली थाना क्षेत्र के डयोढ़ी उर्फ हादिपुर के रहने वाले विजय पुत्र शिवचरण, नेहा पुत्री विजय, सोनम पुत्री विजय, पूनम पत्नी दीपक और मुरादाबाद जनपद के डिलारी थाना क्षेत्र के गांव मेवला मानपुर निवासी दीपा पत्नी विशाल को गिरफ्तार करते हुए अनीश के घर हुई चोरी की घटना का खुलासा किया है।
पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पाकबड़ा थाना पुलिस टीम ने चोरी किया गया एक लेडिज बैग, दो जोड़ी पायल, एक अंगूठी, एक मोबाइल, दो आधार कार्ड, दो जोड़ी कपड़े, दो बिछुए आदि सामान बरामद किया है। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस टीम को बताया कि वह लोग ईट भट्टों पर कार्य करते हैं एवं भीख मांगने के बहाने मौके का फायदा उठाकर खाली घरों में घुसकर रुपए, जेवरात, मूल्यवान संपत्ति, आधार कार्ड आदि चोरी कर लेते हैं।तथा वह लोग आधार कार्ड इस उद्देश्य से चोरी करते हैं कि अन्य स्थान पर जाकर अपना नाम पता बदलकर वह बता सके और महिलाओं को इसलिए साथ रखते हैं ताकि कोई भी उन लोगों पर शक ना कर सके।
थाना पाकबड़ा प्रभारी राजीव कुमार शर्मा, उप निरीक्षक आशीष कुमार, कांस्टेबल अनुज कुमार, कांस्टेबल मनीष कुमार, कांस्टेबल मोहित कुमार, महिला कांस्टेबल सोनम ने भीख मांगने के बहाने लोगों के घरों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले इस गैंग को गिरफ्तार कर बहुत बड़ी सफलता हासिल की है।
Attention ! This gang used to commit thefts in people’s homes on the pretext of begging.