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हाईकोर्ट में साफिया मलिक की ओर से दायर जमानत प्रार्थना पत्र पर न्यायमूर्ति रवीन्द्र मैठाणी की पीठ में सुनवाई हुई। जमानत प्रार्थना पत्र में कहा गया कि उस पर लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं।
नैनीताल, (Shah Times)। उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुए दंगे के मास्टर माइंड अब्दुल मलिक की पत्नी साफिया मलिक जमानत के लिये हाईकोर्ट पहुंच गयी है। अदालत ने इस मामले में सरकार से जवाब दाखिल करने को कहा है।हाईकोर्ट में साफिया मलिक की ओर से दायर जमानत प्रार्थना पत्र पर न्यायमूर्ति रवीन्द्र मैठाणी की पीठ में सुनवाई हुई। जमानत प्रार्थना पत्र में कहा गया कि उस पर लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं। उसने न तो धोखाधड़ी की है और न ही फर्जी दस्तावेज के बल पर सरकारी जमीन खुर्दबुर्द की है।याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि उसके खिलाफ दर्ज अभियोग गलत है। इस मामले में वाद उच्च न्यायालय में लंबित है।
उस पर फैसला आना बाकी है, लेकिन सरकार ने उसके खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर दिया।अदालत ने अंत में उसकी जमानत पर सरकार से चार सप्ताह के अदंर जवाब दाखिल करने को कहा है। अब इस प्रकरण में अगली सुनवाई चार सप्ताह बाद होगी।याचिकाकर्ता साफिया विगत 03 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। वह तभी से जेल में बंद है। उस पर अपने पति अब्दुल मलिक और चार अन्य लोगों के साथ मिल कर हल्द्वानी के बनभूलपुरा के कंपनी बाग में नगर निगम की भूमि को धोखाधड़ी और जालसाली से खुर्दबुर्द करने का आरोप है।
यह भी आरोप है कि भूमि को हड़पने के लिये उसने न्यायालय में कूटरचित दस्तावेज और फर्जी शपथ पत्र पेश किये।हल्द्वानी नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट की ओर से उसके खिलाफ इसी साल 22 फरवरी को गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया।इसके बाद वह फरार हो गयी थी। उसे पुलिस ने बरेली के गिरफ्तार किया था। हल्द्वानी दंगे का मास्टर माइंड एवं साफिया का पति अब्दुल मलिक और उसके बेटा अब्दुल मोइद भी जेल में बंद हैं। गत 08 फरवरी को प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने को लेकर हल्द्वानी में दंगा भड़का था।