
दिल्ली पुलिस ने मालीवाल के मामले में केजरीवाल के करीबी बिभव कुमार के खिलाफ मुंबई से लौटने से पहले महत्वपूर्ण तकनीकी साक्ष्य एकत्र किये
नई दिल्ली,(Shah Times)। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि उन्हें बदनाम करने के लिए पार्टी नेताओं पर दबाव बनाया जा रहा है लेकिन इंसाफ़ मिलने तक लड़ाई लड़ती रहूँगी। मालीवाल ने आज एक्स पर लिखा “कल पार्टी के एक बड़े नेता का फोन आया। उसने बताया कैसे सब पर बहुत ज़्यादा दबाव है, स्वाति के ख़िलाफ़ गंदी बातें बोलनी हैं, उसकी व्यक्तिगत तस्वीरें लीक करके उसे तोड़ना है।
ये बोला जा रहा है कि जो उसको सपोर्ट करेगा उसको पार्टी से निकाल देंगे। किसी को संवाददाता सम्मेलन करने की और किसी को ट्वीट्स करने की ड्यूटी मिली है। किसी की ड्यूटी है अमरीका में बैठे स्वयंसेवकों को फ़ोन करके मेरे ख़िलाफ़ कुछ निकलवाना। आरोपी के कुछ करीबी पत्रकारों की ड्यूटी है कुछ फ़र्ज़ी स्टिंग ऑपरेशन बनाकर लाओ।”उन्होंने कहा “तुम हज़ारों की फौज खड़ी कर दो, अकेले सामना करूँगी क्योंकि सच मेरे साथ है।मुझे इनसे कोई नाराज़गी नहीं है, आरोपी बहुत शक्तिशाली आदमी है। बड़े से बड़ा नेता भी उससे डरता है। किसी की हिम्मत नहीं उसके ख़िलाफ़ स्टैंड ले पाए। मैं किसी से उम्मीद भी नहीं करती।
दुख इस बात का लगा कि दिल्ली की महिला मंत्री कैसे हंसते मुस्कुराते पार्टी की एक पुरानी महिला साथी का चरित्र हरण कर रही है।”सुश्री मालीवाल ने कहा “मैंने अपनी स्वाभिमान की लड़ाई शुरू की है, इंसाफ़ मिलने तक लड़ाई लड़ती रहूँगी। इस लड़ाई में मैं पूरी तरह अकेली हूँ पर हार नहीं मानूँगी!”उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी लगातार यह आरोप लगा रही है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के लिए स्वाति मालीवाल का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मालीवाल से बदसलूकी और मारपीट करने के मामले में दिल्ली पुलिस आरोपी बिभव कुमार को गिरफ़्तार कर चुकी है। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी बिभव कुमार के खिलाफ मुंबई से लौटने से पहले महत्वपूर्ण तकनीकी साक्ष्य एकत्र किये हैं।सूत्रों से पता चला है कि बिभव कुमार को आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल पर कथित हमले के सिलसिले में सबूत जुटाने के लिए मंगलवार को मुंबई ले जाया गया। दिल्ली पुलिस ने जो सबूत बरामद किये हैं, वे मुंबई हवाई अड्डे के नजदीकी इलाके से हैं।उन्होंने बताया कि 17 मई की रिपोर्ट के मुताबिक बिभव कुमार ने शहर में किसी अन्य व्यक्ति या डिवाइस पर डेटा ट्रांसफर करने से पहले अपने फोन को फॉर्मेट कर दिया। दिल्ली पुलिस उस डेटा को वापस पाने के लिये उन्हें मुंबई के उपनगर कलिना में फोरेंसिक लैब ले गये।
इससे पहले, पुलिस ने दिल्ली की एक स्थानीय अदालत तीस हजारी को बताया कि बिभव ने मुंबई में कथित तौर पर अपना फोन फॉर्मेट किया था। इसलिये, साक्ष्य जुटाने के लिये उसे मुंबई ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह भी पता लगाना है कि फोन से डिलीट किया गया डेटा सबूत मिटाने के लिये किया गया या किसी अन्य वजह से नष्ट किया गया था।दिल्ली पुलिस ने बिभव कुमार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। बिभव को 18 मई को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था।