
Landslide Mizoram Shah Times
तूफान रेमल की वजह से हो रही लगातार बारिश के कारण हुए मिजोरम में लैंडस्लाइड से 21 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के मारे जाने की आशंका है।
आइजोल ,(Shah Times)। मिजोरम में तूफान रेमल की वजह से हो रही लगातार बारिश के कारण हुए लैंडस्लाइड में 21 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के मारे जाने की आशंका है।
राज्य आपदा प्रबंधन और पुनर्वास अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि अब तक 21 शव बरामद होने के साथ कम से कम 31 लोगों के मारे जाने की आशंका है और 10 से अधिक अन्य लापता बताए गए हैं।
उन्होंने बताया कि आज सुबह आइजोल जिले और राज्य भर के अन्य स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश से कई इमारतें और संरचनाएं बह गईं। जिसके कारण आइजोल जिले में चार स्थानों पर गैर-आदिवासियों सहित कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई।
आइजोल जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि 20 लोगों के मारे जाने की आशंका है, जबकि आइजोल नगर निगम क्षेत्र के मेल्थम इलाके में एक ही परिवार के पांच सदस्यों सहित 13 लोगों के शव बरामद किए गए, जबकि छह साल की एक बच्ची घायल हो गई और उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। पत्थर की खदान ढहने से इनके घर क्षतिग्रस्त हो गये।उन्होंने बतया कि निकटवर्ती हलीमेन में चार गैर-आदिवासियों सहित छह लोगों के मारे जाने की आशंका है। इनमें से अब तक दो शव बरामद किए गए हैं। स्थानीय स्वयंसेवक शेष शवों को निकालने का प्रयास जारी रखे हुए हैं।
आइजोल से लगभग 17 किमी दक्षिण में फाल्कन गांव में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई इनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया और दूसरे की तलाश जारी है एवं पांच घर क्षतिग्रस्त हो गए।उन्होंने बताया कि सुबह दक्षिणी आइजोल के सेलम इलाके में भारी भूस्खलन से तीन सदस्यीय परिवार का घर बह गया। दोपहर बाद माता-पिता और उनकी गर्भवती बेटी का शव बरामद कर लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के कारण शवों को बरामद करने के लिए बचाव अभियान में बाधा आ रही है और मुख्य रूप से अपर्याप्त उपकरणों वाले स्वयंसेवक ही अभियान चला रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि बचाव कार्य जारी रहने से मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।इस बीच आइजोल से लगभग 28 किमी पश्चिम में सायरांग में 32 परिवारों के लगभग 100 लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। भारी और लगातार बारिश के कारण तलावंग में उफनती नदी में इनके घर जलमग्न हो गए। बचाए गए लोग अपने रिश्तेदारों के पास चले गए या उन्हें सामुदायिक हॉल और स्कूलों में रखा गया है।
उन्होनें बताया कि कई स्थानों पर बिजली के खंभे गिरने, पेड़ों के उखड़ने से ट्रांसमिशन लाइनें टूटने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है, जबकि फोन सिग्नल और इंटरनेट डेटा पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जिससे अधिकारियों के लिए शीघ्र सूचना प्राप्त करना मुश्किल हो गया है।अधिकारियों ने बताया कि राज्य भर में भूस्खलन के कारण कई राजमार्ग और सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जिससे कई स्थानों पर बड़ी संख्या में वाहन फंसे रहे।







