
अमवाखास तटबंध के परोराही गांव के सामने बड़ी गंडक नदी बांध के बिल्कुल करीब से बह रही है। बांध को बचाने और पानी का बहाव दूसरी दिशा में मोड़ने के लिए ठोकर नंबर-चार का निर्माण कराया गया है।
कुशीनगर,( Shah Times) । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अमवाखास तटबंध के रामपुर बरहन के परोराही गांव के सामने बने ठोकर नंबर-चार का आठ मीटर हिस्सा सोमवार को पहली बारिश में ही ढह गया। इससे बांध पर खतरा बढ़ गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते ठोकर की मरम्मत नहीं की गई तो बरसात में नदी के बढ़ते जलस्तर में बांध क्षतिग्रस्त हो सकता है। वहीं विभागीय अधिकारी बांध को सुरक्षित करने का दावा कर रहे हैं।
अमवाखास तटबंध के परोराही गांव के सामने बड़ी गंडक नदी बांध के बिल्कुल करीब से बह रही है। बांध को बचाने और पानी का बहाव दूसरी दिशा में मोड़ने के लिए ठोकर नंबर-चार का निर्माण कराया गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने पर सोमवार को हल्की बारिश में ठोकर का आठ मीटर हिस्सा ढह गया। ठोकर के ढहने के बाद मुख्य तटबंध पर नदी का दबाव बढ़ गया है। ठोकर का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त होते ही नदी बांध से सटकर बह रही है। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना बाढ़ खंड विभाग को दे दी है।
इसके बावजूद विभागीय अधिकारी देर शाम तक मौके पर नहीं पहुंच सके थे। ग्रामीणों का कहना है कि नदी बांध के बिल्कुल करीब बह रही है। इससे मुख्य बांध को खतरा पैदा हो गया है। यही स्थिति रही तो नदी जलस्तर बढ़ने से बांध को नुकसान पहुंचा सकती है। बांध टूटने के बाद कई गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे।
हालांकि पिछले दिनों जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी और एसडीएम ने मौके का दौरा किया था। जिसमें जिला प्रशासन ने बाढ़ खंड के अधिकारियों को चेतावनी दी थी।