भूमध्य सागर में किलर व्हेल के समूह ने याट पर किया हमला

किलर व्हेल पहली बार याट से टकराईं तो ऐसा लगा कि कोई बड़ा सा पत्थर हमसे टकराया है इसके बाद उन्होंने हमला तेज कर दिया किलर व्हेल भेड़ियों की तरह अटैक कर रही थीं

भूमध्य सागर में स्पेन के तट के करीब किलर व्हेल के समूह ने हमला कर एक याट को डुबो दिया। हालांकि नौका पर सवार यात्रियों को बचा लिया गया। यह मामला 24 जुलाई का बताया जा रहा है, लेकिन इसकी जानकारी शनिवार की रात को सामने आई।

बता दे कि पुर्तगाल के 59 रॉबर्ट पॉवेल अपनी टीम के साथ सवा लाख डॉलर की नौका लेकर भूमध्य सागर में पुर्तगाल से ग्रीस तक 10 दिनों की यात्रा पर निकले थे। वे 22 घंटे ही चले थे कि तभी 5-6 किलर व्हेल ने उनकी 39 फीट लंबी नौका ‘बोनहोम विलियम पर हमला कर दिया। जानकारी के अनुसार रात आठ बजे का समय था। एक बार तो चालक दल को लगा जैसे नौका किसी चट्टान से टकरा गई, लेकिन ये खतरनाक किलर व्हेल यानी ओर्का का समूह था।

बताया जा रहा हैं कि करीब डेढ़ घंटे तक लगातार अटैक के बाद याट का निचला हिस्सा दबाव नहीं झेल पाया और वह 2 हिस्सों में टूट गया। इससे याट के लिविंग एरिया में पानी भरने लगा। पॉवेल ने बताया कि उस वक्त वे स्पेन के तट से सिर्फ 2 मील की दूरी पर था। याट के क्रू ने तुरंत मदद के लिए अलर्ट भेजा। हमला शुरू होने के करीब 2 घंटे बाद एक स्पेनिश वेसल उनकी मदद के लिए वहां पहुंचा। उन्होंने क्रू सदस्यों को रेस्क्यू कर लिया। इसके कुछ ही मिनट बाद याट भूमध्य सागर में 130 फीट नीचे डूब गया।

पॉवेल ने जानकारी देते हुए बताया कि ओर्कास को देखकर ये नहीं लग रहा था कि वो वहां खेलने आई हैं। उन्हें पता था कि वो क्या कर रही हैं। ओर्कास याट के सबसे कमजोर हिस्सों को निशाना बना रही थीं। जब वो पहली बार याट से टकराईं तो ऐसा लगा कि कोई बड़ा सा पत्थर हमसे टकराया है। इसके बाद उन्होंने हमला तेज कर दिया। किलर व्हेल्स भेड़ियों की तरह अटैक कर रही थीं।

मीडिया से बात करते हुए पॉवेल ने कहा कि उसने व्हेल्स को भगाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की थी। उसने पानी में पटाखे छोड़े ताकि धमाके से व्हेल्स भाग जाएं। इसके बाद उसने याट का इंजन बंद कर दिया। इसके बावजूद किलर व्हेल्स लगातार हमला करती रहीं।

बता दे कि इससे पहले मई में भी मोरक्को के पास किलर व्हेल्स के एक समूह ने 50 फीट लंबी याट को डुबा दिया था। इसके अलावा ओर्कास ने कहा एक सेलिंग रेस में भी अटैक किया था। रेस के दौरान एक नाव नीदरलैंड से इटली जा रही थी। 15 मिनट का व्हेल्स का सामना करने के बाद आखिरकार उसके क्रू ने हार मानकर मदद मांगी। इसके बाद उन्हें रेस्क्यू कर लिया गया था।

आपको बता दे ओर्कास डॉल्फिन की सबसे बड़ा प्रजाति होती हैं। ये काले और सफेद रंग की होती हैं, जो आमतौर पर मछलियों, पेंगुइन्स, सील और दूसरे समुद्री जीवों को खाती हैं। ओर्कास ज्यादातर समूह में ही अटैक करती हैं। इन ग्रुप्स में 40 ओर्कास तक मौजूद होती हैं।

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