शेख हसीना के बेटे जॉय ने अपनी मां की सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का शुक्रिया अदा किया।
Neelam Saini
शाह टाइम्स। प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश से भारत पहुंचीं शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि बांग्लादेश में लोकतंत्र बहाल होते ही उनकी मां अपने देश लौटेंगी। उन्होंने कहा कि उनके देश में अशांति फैलाने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है।
हसीना के बेटे ने पीएम मोदी का किया शुक्रिया
शेख हसीना के बेटे जॉय ने अपनी मां की सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में मेरी मां की जान बचाने के लिए मैं पीएम मोदी और उनकी सरकार का आभारी हूं।इस दौरान जॉय ने भारत से अंतरराष्ट्रीय राय बनाने में मदद करने और बांग्लादेश में लोकतंत्र की बहाली के लिए दबाव बनाने की अपील की।
उन्होंने कहा, ”हां, यह सच है कि मैंने कहा था कि वह बांग्लादेश नहीं लौटेंगी। लेकिन देश भर में हमारे नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं पर लगातार हमलों के बाद पिछले दो दिन में बहुत कुछ बदल गया है। अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए अब हमें जो भी करना होगा वह कर रहे हैं। हम उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे।”
राजनीति में आएंगे हसीना के बेटे जॉय
बंगलादेश कि पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे जॉय ने कहा कि वह राजनीति में उतरने के लिए तैयार हैं। जॉय ने पहले कहा था कि उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है। जॉय ने कहा- मेरी मां का ये आखिरी कार्यकाल था। वे अगला चुनाव नहीं लड़तीं। मेरा भी राजनीति में आने का कोई मन नहीं था। मैं तो अमेरिका में सेटल हो चुका था, लेकिन पिछले दिनों जो कुछ हुआ, उससे पता चलता है कि देश की लीडरशिप में खालीपन आ गया है। पार्टी की खातिर मुझे राजनीति में उतरना होगा। इसके लिए मैं सबसे आगे खड़ा रहूंगा।
जॉय ने कहा कि मुझे यकीन है कि अवामी लीग चुनाव में हिस्सा लेगी तो हम जीत भी सकते हैं। अवामी लीग बांग्लादेश की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी पार्टी है। हमारा सबसे बड़ा पार्टी कैडर है।
बता दें कि बांग्लादेश में कई दिनों की राजनीतिक उथल-पुथल के बाद गुरुवार रात अंतरिम सरकार का गठन हो गया। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली। भारत के विदेश मंत्रालय ने बताया कि बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा भी इस शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे।