
जमीयत उलेमा की बैठक
जमीयत उलेमा के प्रदेश सचिव कारी जाकिर ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पैगंबर की शान में गुस्ताखी पर नाराजगी व्यक्त की।
Gopi Saini
मुजफ्फरनगर। शाह टाइम्स। जमीयत उलेमा के प्रदेश सचिव कारी जाकिर ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पैगंबर की शान में गुस्ताखी पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में भारत सरकार को कदम उठाने को कहा। इसके साथ ही वक्फ कानून में बदलाव का विरोध करते हुए इसे दीन के नियमों के विरुद्ध बताया।रविवार को जमीयत उलेमा जिला मुजफ्फरनगर की एक बैठक गहरा बाग के सामने थाना खालापार से आगे मस्जिद कुबा बाग वाली में आयोजित हुई।
युवाओं को दीन का रास्ता दिखाने पर चर्चा
बैठक में मुस्लिम समाज के युवाओं को नशे की लत से निकालकर उन्हें दीन का रास्ता दिखाने पर चर्चा हुई। कारी जाकिर ने कहा, कि तमाम आलम का मुस्लिम समाज हुजूर की शान में गुस्ताखी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। कारी जाकिर ने वक्फ कानून में किसी भी बदलाव की गुंजाइश को खारिज किया।
वक्फ के कानून में बदलाव बर्दाश्त नहीं
कारी जाकिर ने कहा, कि फिलहाल बिल ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी के पास गया हुआ है। वक्फ में दी गई जगह और प्रॉपर्टी क़ौम कि जरूरतमंद लोगों और मजहबी जिम्मेदारियां पूरा करने के लिए हैं। मुस्लिम समाज इस कानून में बदलाव किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा।
भारत हिंदुओं की हिफाजत करे
बांग्लादेश में हिंसा के सवाल पर उन्होंने कहा कि दुनिया भर में जहां भी अल्पसंख्यक हैं, उनकी हिफाजत उन मुल्कों की सरकारों को करनी चाहिए। उन्होंने भारत सरकार से इस मामले में गंभीरता से संज्ञान लेते हुए बांग्लादेश में हिंदुओं की हिफाजत सुनिश्चित करने की मांग की।