
पन्ना के अधिकांश हीरा कारोबारी, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम, अपने व्यवसाय की शुरुआत से पहले जुगल किशोर मंदिर में जाकर भगवान श्रीकृष्ण के दरबार में अपनी अर्जी लगाते हैं।
~Tanu
(शाह टाइम्स)। पन्ना, जो हीरा खदानों के लिए प्रसिद्ध है, यहां की अनोखी परंपरा में भगवान श्रीकृष्ण को सभी धर्मों के लोग अपना व्यापारिक भागीदार मानते हैं। पन्ना स्थित जुगल किशोर मंदिर में श्रद्धालु, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम, हीरे की खोज में सफलता प्राप्त करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना करते हैं और उन्हें अपना पाटर्नर बनाते हैं। यहां का यह विश्वास है कि यदि उन्हें हीरे का खजाना प्राप्त होता है, तो इसका सारा श्रेय भगवान श्रीकृष्ण को ही जाता है।
जन्माष्टमी पर जुगल किशोर मंदिर में भक्तों का तांता
जन्माष्टमी के पावन अवसर पर, पन्ना स्थित जुगल किशोर मंदिर में सुबह से ही भक्तों का जमावड़ा लगा रहा। मंदिर परिसर ‘जय कन्हैयालाल की’ के जयकारों से गूंज उठा। पूरे प्रदेश में इस दिन को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें विशेष रूप से मटकी फोड़ने के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पन्ना के इस मंदिर में भी, विशेष पूजा-अर्चना के साथ श्रीकृष्ण को दुर्लभ हीरों से जड़ी मुरली और आभूषण धारण कराए गए।
हीरा उद्योग में भगवान श्रीकृष्ण की भागीदारी
पन्ना के अधिकांश हीरा कारोबारी, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम, अपने व्यवसाय की शुरुआत से पहले जुगल किशोर मंदिर में जाकर भगवान श्रीकृष्ण के दरबार में अपनी अर्जी लगाते हैं। इस अनूठी परंपरा में भगवान को अपना व्यापारिक भागीदार मानते हुए, सभी धर्मों के लोग उनकी कृपा से अपने भाग्य को सँवारने की आशा रखते हैं।
पन्ना की समृद्ध धरती
पन्ना और उसके आस-पास के क्षेत्रों, जैसे दहलान चौकी, सकरिया चौपड़ा, सरकोहा, कृष्णा कल्याणपुरी (पटी), राधापुर, जनकपुर, हजारा मुड्ढा, किटहा, रमखिरिया, बगीचा, हजारा, और भरका गांवों की धरती में हीरे दबे हुए हैं। ये सभी क्षेत्र पन्ना के समृद्ध हीरा खदानों का हिस्सा हैं, जहां लोग अपनी किस्मत आजमाने के लिए आते हैं





