
प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ में घायल हुए श्रद्धालुओं की हालत पर डीजीपी प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने जानकारी दी। जानें, घायलों की स्थिति कैसी है।
महाकुंभ भगदड़ में घायलों की अभी कैसी है तबीयत? डीजीपी प्रशांत कुमार ने दी बड़ी जानकारी
Lucknow,(Shah Times)। उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ में घायल हुए श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी स्थिति को लेकर यूपी पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने जानकारी दी है।
घायलों से मिले डीजीपी और मुख्य सचिव
महा कुंभ भगदड़ में घायल हुए 36 लोगों से मिलने के लिए यूपी पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने सभी घायलों की स्थिति का जायजा लिया।
प्रशांत कुमार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती किसी भी व्यक्ति की हालत गंभीर नहीं है। कुछ श्रद्धालुओं को फ्रैक्चर हुआ है, जिनका इलाज किया जा रहा है।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा, “अस्पताल में भर्ती 36 घायल श्रद्धालुओं का समुचित इलाज किया जा रहा है। उनके साथ आए लोगों के लिए भी पूरी व्यवस्था की गई है। ये लोग अलग-अलग राज्यों जैसे देवरिया, दिल्ली और बिहार से आए हैं। उनके परिवारों को सूचना दे दी गई है। हालांकि, कुछ को हड्डी में फ्रैक्चर हुआ है, जिन्हें ठीक होने में तीन हफ्ते तक का समय लग सकता है।”
न्यायिक जांच पर डीजीपी का बयान
महाकुंभ भगदड़ की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा, “राज्य सरकार ने न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। फिलहाल हम बसंत पंचमी के अमृत स्नान को सुचारू रूप से आयोजित करने और बेहतर सुविधाएं प्रदान करने पर चर्चा कर रहे हैं। हमने उस स्थान का भी निरीक्षण किया, जहां भगदड़ की घटना हुई थी। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए जाएंगे।”
क्या हुआ था महाकुंभ भगदड़ में?
बता दें कि महाकुंभ में बुधवार की सुबह संगम नोज के पास भगदड़ मच गई थी, जिसमें 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 अन्य घायल हो गए थे। इसके अलावा कई श्रद्धालु लापता भी हो गए थे। वे सभी मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम में स्नान करने पहुंचे थे।
इस दुखद घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को मौके पर जाकर स्थिति की समीक्षा करने का निर्देश दिया था।