भारत ने बढ़ाया रक्षा बजट, जानिये पाकिस्तान से कितने हैं हम मजबूत

भारत पिछले लंबे समय से रक्षा बजट को मजबूत करने में जुटा है। इस बार भी भारत ने अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी की है।

नई दिल्ली (Shah Times): भारत पिछले लंबे समय से रक्षा बजट को मजबूत करने में जुटा है। इस बार भी भारत ने अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी की है। यह साफ संकेत है कि भारत अपने दुश्मनों को हलके में लेने की गलती नहीं करेगा। आईये आपको विस्तार से बताते हैं कि इस बार के रक्षा बजट में क्या रहा है खास….

यह है बड़ी योजना

इस बजट में भारत के रक्षा मंत्रालय को 6,81,209 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इस बजट में से केंद्र सरकार ने 1,61,528 करोड़ रुपये केवल हथियारों की खरीद के लिए दिए हैं। इस बजट से सेना फाइटर जेट, टैंक, गोला-बारूद, मिसाइलों से लेकर अन्य हथियार खरीदेगी।

यूं किया गया है आवंटन

भारत सरकार ने एयरफोर्स के लिए 53,700 करोड़ रुपये, नेवी के लिए 38,149 करोड़ और आर्मी के लिए 2,07,520 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इसके अलावा पेंशन के लिए 1,60,795 करोड़ रुपये दिए गए हैं। आर्मी के जवानों की सैलरी और अन्य भत्तों के लिए 1,13,756 रुपये दिए गए हैं।

कोरोना में आई थी कमी

भारत ने वैसे तो अपना रक्षा बजट बढ़ाया है, लेकिन कोरोना महामारी के बाद से जीडीपी में रक्षा बजट के वितरण में गिरावट आई है। जहां 2020-21 तक जीडीपी में डिफेंस का हिस्सा 2.3 फीसदी था, लेकिन 2021-22 और 2024-25 के बीच घटकर 2.1 प्रतिशत हो गया। 2024-25 में सरकार ने डिफेंस का खर्च बढ़ाया तो एक दशक में ये पहली बार 2 फीसदी के नीचे गिर गया।

पाकिस्तान और चीन का रक्षा बजट

एशिया में चीन सबसे ज्यादा अपनी सेना पर खर्च करता है, जबकि दूसरे नंबर पर भारत है। वहीं पाकिस्तान एशिया में तीसरा ऐसा देश है, जो सबसे ज्यादा बजट डिफेंस पर खर्च करता है। पाकिस्तान की बात की जाए तो पड़ोसी देश ने 2024-25 के लिए वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने 18 लाख 87 हजार 700 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जिसमें से 2,12,200 करोड़ रुपये डिफेंस के लिए आवंटित किए थे, जोकि उसकी जीडीपी का केवल 1.7 फीसदी है। पाकिस्तान ने अपना बजट पिछले साल के लगभग बराबर ही रखा था क्योंकि उसने 2023-24 के लिए 1,80,000 करोड़ रुपये दिए थे।

पाकिस्तान ने डिफेंस सेक्टर पर कम किया खर्च

पाकिस्तान के आर्थिक सर्वे के मुताबिक, पड़ोसी देश ने साल 2020 में अपने रक्षा खर्च में कटौती की है। जहां पाकिस्तान ने 2016 में जीडीपी का 2.3 फीसदी खर्च किया था, वहीं 2017 में 2.5 फीसदी, 2018 में 2.6 फीसदी खर्च किया था। 2018 से लेकर 2020 तक इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया।

पाकिस्तान में बजट को चार श्रेणियों में बांटा जाता है

पाकिस्तान में बजट को चार श्रेणियों में बांटा जाता है। इनमें कर्मचारी संबंधित खर्च, परिचालन खर्च, भौतिक संपत्ति और सिविल वर्क शामिल हैं। भौतिक संपत्ति में हथियारों, गोला-बारूद और अन्य खरीद शामिल होती हैं।