दिल्ली चुनाव 2025: एग्जिट पोल में भाजपा को बढ़त, आप को झटका?
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के एग्जिट पोल में भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) पिछड़ती नजर आ रही है। क्या 8 फरवरी को नतीजे भी यही कहानी कहेंगे? पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
नई दिल्ली,( Shah Times )। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान पूरा हो चुका है, और अब 8 फरवरी को नतीजों का इंतजार है। लेकिन इससे पहले आए एग्जिट पोल के अनुमानों में भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को पिछड़ते हुए देखा जा रहा है। कई सर्वे एजेंसियों के मुताबिक, भाजपा को 35 से 50 सीटों तक मिलने का अनुमान है, जबकि AAP को 18 से 37 सीटों के बीच सिमटते हुए दिखाया गया है।
नई दिल्ली सीट पर हाई-वोल्टेज मुकाबला
नई दिल्ली विधानसभा सीट सबसे ज्यादा चर्चाओं में है क्योंकि यहां से खुद पूर्व मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मैदान में हैं। उनके सामने भाजपा के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित खड़े हैं। JVC एग्जिट पोल ने दावा किया है कि केजरीवाल इस बार भाजपा के प्रवेश वर्मा से 20,000 वोटों के अंतर से चुनाव हार सकते हैं। हालांकि, असली नतीजे 8 फरवरी को साफ होंगे।
एग्जिट पोल में क्या कहते हैं आंकड़े?
MATRIZE सर्वे – भाजपा: 35-40, आप: 32-37, कांग्रेस: 1
चाणक्य स्ट्रैटजी – भाजपा: 39-44, आप: 25-28, कांग्रेस: 2-3
पोल डायरी – भाजपा: 42-50, आप: 18-25, कांग्रेस: 0-2
पीपुल्स इनसाइट – भाजपा: 40-44, आप: 25-29, कांग्रेस: 1
P-Marq – भाजपा: 39-49, आप: 21-31, कांग्रेस: 1
दिल्ली की राजनीति: AAP के लिए मुश्किलें बढ़ीं?
दिल्ली में 2013, 2015 और 2020 में AAP की सरकार बनी थी, लेकिन इस बार मुकाबला कठिन हो गया है। पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले में जेल जा चुके हैं, और अब आतिशी मुख्यमंत्री हैं। ऐसे में क्या AAP फिर से सरकार बना पाएगी या भाजपा 1993 के बाद पहली बार दिल्ली की सत्ता में वापसी करेगी?
किन सीटों पर है सबकी नजर?
नई दिल्ली – अरविंद केजरीवाल (AAP) बनाम प्रवेश वर्मा (BJP) बनाम संदीप दीक्षित (Congress)
कालकाजी – आतिशी (AAP) बनाम रमेश बिधूड़ी (BJP) बनाम अलका लांबा (Congress)
पटपड़गंज – अवध ओझा (AAP) बनाम रविंदर सिंह नेगी (BJP) बनाम अनिल चौधरी (Congress)
रोहिणी – प्रदीप (AAP) बनाम विजेंद्र गुप्ता (BJP)
क्या होते हैं एग्जिट पोल और कितने सही होते हैं?
एग्जिट पोल वोटिंग के दिन मतदाताओं से पूछकर किया गया एक सर्वे होता है, जो चुनावी रुझान दिखाने का प्रयास करता है। हालांकि, ये हमेशा सटीक नहीं होते। 2015 और 2020 में भी एग्जिट पोल ने AAP की बढ़त दिखाई थी, और पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की थी।
8 फरवरी का इंतजार
अब सबकी नजरें 8 फरवरी पर टिकी हैं, जब चुनाव आयोग आधिकारिक नतीजे जारी करेगा। अगर एग्जिट पोल सही साबित होते हैं, तो भाजपा 30 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी कर सकती है। लेकिन अगर AAP का जादू फिर चला, तो आतिशी को एक और कार्यकाल मिल सकता है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली के मतदाता किसे सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाते हैं।
क्या कहता है सट्टा बाजार?
दिल्ली के सट्टा बाजार की मानें तो यहां AAP की सरकार बनने के ज्यादा अनुमान हैं, जबकि एग्जिट पोल भाजपा की जीत दिखा रहे हैं। ऐसे में 8 फरवरी को असली तस्वीर साफ होगी।