
विराट कोहली (84) और केएल राहुल (नाबाद 42) की शानदार बल्लेबाजी, मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा की घातक गेंदबाजी से भारत की धमाकेदार जीत
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई। विराट कोहली (84) और केएल राहुल (42*) की शानदार पारियों के साथ गेंदबाजों का जलवा।
भारत की धमाकेदार जीत, फाइनल में पहुंचा टीम इंडिया
दुबई (Shah Times): भारतीय क्रिकेट टीम ने एक बार फिर अपना दबदबा साबित किया और चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराकर फाइनल में जगह बना ली। इस रोमांचक मुकाबले में टीम इंडिया की जीत के नायक विराट कोहली (84), केएल राहुल (नाबाद 42), श्रेयस अय्यर (45) और मोहम्मद शमी (3 विकेट) रहे।
भारत की पारी: विराट और राहुल ने दिलाई जीत
265 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। शुभमन गिल (8) और रोहित शर्मा (28) के जल्दी आउट होने से टीम दबाव में आ गई। लेकिन विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने 91 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाला। श्रेयस (45) को एडम जम्पा ने बोल्ड कर इस साझेदारी को तोड़ा।
इसके बाद अक्षर पटेल (27) और विराट कोहली (84) ने टीम को जीत की ओर बढ़ाया। हालांकि, कोहली 43वें ओवर में आउट हो गए। हार्दिक पंड्या (28) के योगदान के बाद अंत में केएल राहुल (42*) ने संयम बनाए रखा और टीम को 48.1 ओवर में जीत दिलाई।








ऑस्ट्रेलिया की पारी: स्टीव स्मिथ और एलेक्स कैरी चमके
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत खराब रही। कूपर कॉनोली (0) को शमी ने जल्दी पवेलियन भेजा। हालांकि, स्टीव स्मिथ (73) और एलेक्स कैरी (61) की पारियों ने ऑस्ट्रेलिया को 264 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
भारत की ओर से मोहम्मद शमी (3 विकेट), वरुण चक्रवर्ती और रवींद्र जडेजा (2-2 विकेट) ने शानदार प्रदर्शन किया।
अब भारत का सामना फाइनल में दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा। क्या टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत पाएगी? यह देखना दिलचस्प होगा!
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज और चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल के ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार 84 रनों की पारी खेलकर भारत को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि, मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने साफ किया कि उनके लिए व्यक्तिगत उपलब्धियां कभी प्राथमिकता नहीं रहीं, बल्कि टीम की जीत ही सबसे ज्यादा मायने रखती है।
विराट कोहली ने कहा, “यह प्रदर्शन पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच जैसा ही था। मैंने परिस्थिति के हिसाब से खेलने की योजना बनाई थी, क्योंकि इस पिच पर साझेदारी बनाना बेहद जरूरी था। मैंने हड़बड़ी नहीं की और सिंगल्स लेते हुए पारी को आगे बढ़ाया। मेरे लिए सबसे संतोषजनक बात यही थी।”
टीम के लिए खेलना ही प्राथमिकता
कोहली ने अपनी फॉर्म को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, “मैं कभी इन चीजों पर ध्यान नहीं देता। यह आप लोगों पर निर्भर करता है कि आप इसे कैसे आंकते हैं। मेरे लिए हमेशा से टीम की जीत सबसे महत्वपूर्ण रही है। व्यक्तिगत उपलब्धियां मेरे लिए मायने नहीं रखतीं और मैंने अपने पूरे करियर में इसी मानसिकता के साथ क्रिकेट खेला है।”
अंत तक टिके रहना था महत्वपूर्ण
अपनी बल्लेबाजी रणनीति पर बात करते हुए कोहली ने कहा, “जब आप एक बल्लेबाज के तौर पर सही समय पर गैप निकालने में सक्षम होते हैं, तो खेल की स्थिति कुछ और हो जाती है। अगर हाथ में विकेट बचे हों, तो रन रेट ज्यादा मायने नहीं रखता। विपक्षी टीम को भी पता होता है कि मैच जीतने के लिए विकेट चटकाना जरूरी है।”
फाइनल पर नजरें
भारत अब चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंच चुका है, जहां उसका मुकाबला दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा। विराट कोहली की इस मानसिकता और फॉर्म को देखते हुए टीम इंडिया के प्रशंसक उम्मीद करेंगे कि वह फाइनल में भी इसी तरह दमदार प्रदर्शन करें और भारत को ट्रॉफी जिताने में अहम भूमिका निभाएं।