
भारत, अमेरिका, नेपाल और जर्मनी की संयुक्त अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का जमशेदपुर में आयोजन
लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल कॉलेज, जमशेदपुर में 11-12 अप्रैल 2025 को अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित होगी। डॉ. शबाब आलम की अध्यक्षता में भारत, अमेरिका, नेपाल और जर्मनी के विशेषज्ञ “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वैश्विक प्रभाव और चुनौतियों” पर चर्चा करेंगे।
जमशेदपुर,(Shah Times) ।11 और 12 अप्रैल 2025 को लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल कॉलेज, जमशेदपुर में एक भव्य दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस संगोष्ठी का विषय “इंपैक्ट एंड चैलेंजेस ऑफ़ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑन ग्लोबल सिनेरियो” है। इस महत्वपूर्ण विषय पर भारत, अमेरिका, नेपाल और जर्मनी के अनेक विद्वान और एआई विशेषज्ञ अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे।
प्रतिभागियों और रिसोर्स पर्सन की विशेष भागीदारी
इस संगोष्ठी में कुल 200 प्रतिभागी अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा, संगोष्ठी में कुल 9 रिसोर्स पर्सन को विशेष रूप से चयनित किया गया है, जिनमें 5 विदेशी और 4 भारतीय विशेषज्ञ शामिल हैं।
विशेष रूप से, डॉ. शबाब आलम (मुजफ्फरनगर) इस संगोष्ठी की अध्यक्षता करेंगे और “एआई ऑन हेल्थ केयर एंड ह्यूमन बिहेवियर” विषय पर अपने शोध व विचार प्रस्तुत करेंगे। डॉ. आलम एक बहुआयामी व्यक्तित्व हैं, जो शिक्षा, साहित्य और चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे चुके हैं। वे उच्च कोटि के कवि, लेखक और उर्दू भाषा के प्रसिद्ध शायर भी हैं। उनके लिखे गीतों को बॉलीवुड के कई कलाकारों ने गाया है।
डॉ. शबाब आलम की उपलब्धियाँ
डॉ. शबाब आलम को 2023 में प्राथमिक उपचार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए श्रीलंका सरकार द्वारा मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, 2024 में उन्हें “द फर्स्ट ऐड मैन ऑफ़ इंडिया” के खिताब से नवाजा गया।
उन्होंने बताया कि केरल सरकार ने उनके प्राथमिक चिकित्सा शिक्षा विषय को इतनी सराहना दी है कि 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से यह राज्य के 13,000 से अधिक स्कूलों में अनिवार्य विषय के रूप में शामिल कर दिया गया है। इसके अलावा, प्रत्येक स्कूल में एक “फर्स्ट ऐड एजुकेशन विभाग” भी स्थापित किया जाएगा, जिसका संचालन भारतीय प्राथमिक चिकित्सा परिषद (फर्स्ट ऐड काउन्सिल ऑफ इंडिया) द्वारा किया जाएगा।
संगोष्ठी के आयोजन में प्रमुख योगदान
डॉ. शबाब आलम ने इस संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए कॉमर्स विभाग के प्रमुख और कोल्हान यूनिवर्सिटी के सीनेट मेंबर, संगोष्ठी के संचालक डॉ. विजय प्रकाश जी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण विषय पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन न केवल शैक्षणिक जगत के लिए बल्कि तकनीकी और चिकित्सा क्षेत्र के लिए भी अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।
इस संगोष्ठी के दौरान एक शोध पुस्तक का भी विमोचन किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत किए गए शोध पत्रों का संकलन किया जाएगा।
निष्कर्ष
यह अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वैश्विक प्रभावों और चुनौतियों पर महत्वपूर्ण चर्चा का मंच प्रदान करेगी। इस आयोजन से न केवल भारत बल्कि अन्य देशों के शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों को भी एक साझा मंच मिलेगा, जहां वे अपने विचारों और शोध निष्कर्षों को प्रस्तुत कर सकेंगे।
यह संगोष्ठी तकनीकी प्रगति और चिकित्सा के क्षेत्र में एआई के योगदान को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित होगी।
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