
“हम भाजपा बंगाल के गुंडों द्वारा तमलुक टाउन अध्यक्ष चंचल खानरा पर हमला किये जाने के बारे में सुनकर गहरे सदमे में – तृणमूल
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत 19 जिलों के 697 बूथों पर पुनर्मतदान वहीं चुनावी हिंसा में तीन और लोगों की मौत की रिपोर्टें
कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Three Tier Panchayat Elections) के तहत 19 जिलों के 697 बूथों पर सोमवार को पुनर्मतदान हो रहा है वहीं चुनावी हिंसा (Election Violence) में तीन और लोगों की मौत की रिपोर्टें हैं।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने ट्वीट कर कहा, “हम भाजपा बंगाल के गुंडों द्वारा तमलुक टाउन अध्यक्ष चंचल खानरा पर हमला किये जाने के बारे में सुनकर गहरे सदमे में हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने खानरा पर हमला उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया और उनकी मोटरसाइकिल को आग लगा दी। यह चौंकाने वाला है कि जिस भाजपा ने पंचायत चुनावों के दौरान ‘कानून और व्यवस्था’ बनाए रखने के लिए केंद्रीय बलों को तैनात किया था सिर्फ एक दिन बाद हिंसा का सहारा ले रही है।”
संकटग्रस्त मुर्शिदाबाद के रानीनगर निवासी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) समर्थक शिराजुल इस्लाम की शनिवार को कांग्रेस (Congress) के कथित कार्यकर्ताओं द्वारा पिटाई के बाद मौत हो गई। मृतक के पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि रविवार को रानीनगर बूथ पर पुनर्मतदान की मांग को लेकर उत्तेजित कांग्रेस समर्थकों द्वारा बेलडांगा में नाकाबंदी के कारण उन्हें कोलकाता के अस्पताल में स्थानांतरित करने के असफल प्रयासों के बाद मुर्शिदाबाद जिला अस्पताल में शिराजुल ने अंतिम सांस ली स्थानीय थाना में रिश्तेदारों की शिकायतों के अनुसार, रानीनगर के रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) उम्मीदवार अजाबुल इस्लाम शनिवार से कथित तौर पर लापता हैं। रानीनगर पंचायत के लिए हालांकि, पुनर्मतदान अभी जारी है, लेकिन आरएसपी उम्मीदवार को अभी तक नहीं देखा गया है, यहां तक कि उसका आहत परिवार भी उन्हें लेकर अनिश्चित है।
नादिया के भालुका के सुकुर अली शेख (70), जो कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कृष्णानगर उम्मीदवार के ससुर हैं, ने शनिवार को चुनाव के दिन टीएमसी समर्थकों द्वारा कथित तौर पर पीटे जाने के बाद सोमवार को जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। चुनाव के दिन। माकपा उम्मीदवार सुनीता बीबी के ससुर की सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों द्वारा कथित रुप से पिटाई के बाद शक्तिनगर जिला अस्पताल में सोमवार को मौत हो गई। टीएमसी ने हालांकि, इन आरोपों से साफ इनकार किया। विपक्षी उम्मीदवार के बहनोई ऑस्टो मंडल (35) का क्षत-विक्षत शव सोमवार तड़के नदिया जिले के धुबुलिया में जूट के खेत में मिला। प्रत्याशी सुनीता मंडल ने आरोप लगाया कि जीजा-साले की हत्या की गयी है और उनकी रहस्यमयी मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराई जाय।
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कूच बिहार (Cooch Behar) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 23 वर्षीय चिरंजीत कारजी की शोक संतप्त मां ने सोमवार को पुनर्मतदान के दिन बूथ पर वोट डालने से इनकार कर दिया। मतदाता चिरंजीत अपनी मां के साथ शनिवार को वोट डालने आये थे कि कथित बूथ लुटेरों द्वारा चलाई गई गोली का शिकार हो गए। चिरंजीत वोट देने के लिए कतार में थे लेकिन अचानक जब कतार पर देसी बम फेंके जाने लगे तो वह घबरा गए और अपनी मां को सुरक्षित स्थान पर ले गए और वोट डालने के लिए वापस आ गए। लेकिन वहां उन्हें गोली मार दी गई और एक घंटे बाद कूचबिहार के दिनहाटा के कालीरपथ माध्यमिक स्कूल में उनकी मृत्यु हो गई।
चिरंजीत एक दिहाड़ी मजदूर था और अपनी मां व अपाहिज पिता के लिए कमाने वाला एकमात्र व्यक्ति था। मतदान घंटों बाद हुआ क्योंकि चुनाव अधिकारी देर से आये क्योंकि उन्हें अपने मतदान केंद्र के बारे में सूचित करने में देरी हुई। इस बीच सोमवार के मतदान की तस्वीरें शनिवार से अलग रहीं।