
Silver prices expected to rise after Robert Kiyosaki's prediction | Shah Times
चांदी की कीमत में अगले महीने होगा धमाका! क्या खरीदने का यह अच्छा समय? जानें ‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक की भविष्यवाणी
क्योसाकी की चेतावनी और भारतीय विश्लेषकों की रिपोर्ट ने चांदी को बना दिया निवेश का नया सितारा
जुलाई में चांदी की कीमतों में तेज उछाल की भविष्यवाणी! जानें रॉबर्ट कियोसाकी और भारतीय एक्सपर्ट्स की राय, क्या अभी निवेश करना सही रहेगा?
नई दिल्ली (Shah Times)।
चांदी, जिसे वर्षों तक सोने का सस्ता विकल्प माना जाता रहा है, अब निवेशकों के लिए एक बड़ा आकर्षण बनती जा रही है। इसका ताजा उदाहरण ‘Rich Dad Poor Dad’ के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी की भविष्यवाणी है, जिन्होंने ट्वीट कर चांदी को जुलाई 2025 में “सबसे बेहतर निवेश” बताया है।
रॉबर्ट कियोसाकी की चेतावनी
रॉबर्ट कियोसाकी ने 27 जून 2025 को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट के ज़रिए कहा:
“Silver is the best asymmetric buy today… Silver price will explode in July. Everyone can afford silver today… but not tomorrow.”
उनके अनुसार चांदी में निवेश एक एसिमेट्रिक बाय है, यानी इसमें रिस्क कम और रिटर्न की संभावना अधिक है। उनके इस बयान ने न सिर्फ अमेरिकी बाजार बल्कि भारतीय निवेशकों को भी चौंका दिया है।
चांदी को लेकर क्यों बढ़ रही है उम्मीद?
भारत सहित वैश्विक बाजारों में चांदी को लेकर अचानक दिलचस्पी बढ़ने के कई कारण हैं:
- औद्योगिक मांग में उछाल
खासकर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs), सोलर एनर्जी और हाई-टेक इंडस्ट्री में चांदी की खपत तेजी से बढ़ी है। - डॉलर में कमजोरी
डॉलर के कमजोर होने पर निवेशक पारंपरिक धातुओं की ओर लौटते हैं, जिससे चांदी को बढ़त मिलती है। - भूराजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता
वैश्विक राजनीतिक अस्थिरता के बीच सुरक्षित निवेश के रूप में चांदी को प्राथमिकता मिल रही है।
भारतीय एक्सपर्ट्स की क्या है राय?
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी का कहना है:
“चांदी इस समय एक मजबूत निवेश विकल्प है। बाजार की अनिश्चितता और वैश्विक तनाव के कारण इसमें स्थिरता देखने को मिल सकती है।”
उनका अनुमान है कि:
COMEX पर कीमत 36-37 डॉलर/औंस तक जा सकती है।
MCX पर चांदी ₹1,10,000 प्रति किलो तक जा सकती है।
वे सलाह देते हैं कि निवेशकों को अपनी संपत्ति का 12-15% हिस्सा चांदी में लगाना चाहिए।
पुराना रिकॉर्ड और भविष्य की रफ्तार
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी के अनुसार, चांदी की कीमत 2011 में $49.50 प्रति औंस के शिखर से गिरने के बाद 2020 से फिर उछल रही है।
2023-2025 में ही इसमें 60% से अधिक की वृद्धि देखी गई है।
उन्होंने बताया:
2025 की शुरुआत में चांदी ₹87,000/किलो थी।
जून के अंत तक यह ₹1,04,500/किलो तक पहुंच चुकी है।
साल के अंत तक यह ₹1,20,000 तक जा सकती है।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
कियोसाकी ने अपने फॉलोअर्स को चेतावनी देते हुए कहा,
“Your profits are made when you buy… not when you sell.”
इसका सीधा अर्थ है – “सही समय पर खरीदने वाला ही असली मुनाफा कमाता है।”
चांदी के इस संभावित उछाल को देखते हुए निवेशकों में यह चिंता और उत्सुकता है कि क्या वाकई जुलाई में इसमें इतना बड़ा बदलाव होगा या यह सिर्फ अनुमान है।
निवेश से पहले क्या सोचें?
लघु अवधि के लिए: यदि आप 1 से 3 महीने के भीतर लाभ चाहते हैं, तो यह चांदी में प्रवेश का उपयुक्त समय हो सकता है।
दीर्घकालिक निवेशक: औद्योगिक मांग और आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए, चांदी लंबी अवधि में सोने से भी बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।
जोखिम समझें: हालांकि विशेषज्ञों की राय सकारात्मक है, लेकिन किसी भी निवेश में जोखिम होता है। बिना रिसर्च के निर्णय न लें।
निष्कर्ष:
जुलाई 2025 चांदी के निवेशकों के लिए निर्णायक महीना साबित हो सकता है।
रॉबर्ट कियोसाकी जैसे वैश्विक फाइनेंस गुरुओं की भविष्यवाणी और भारतीय विश्लेषकों की गणनाएं इस ओर इशारा कर रही हैं कि यह धातु आने वाले महीनों में निवेशकों को भारी लाभ दे सकती है।
हालांकि, बिना योजना और जानकारी के कोई भी निवेश करना समझदारी नहीं होगी। अगर आप जोखिम सहने में सक्षम हैं और समय पर निगरानी रख सकते हैं, तो यह मौका चूकना नहीं चाहिए।