
Donald Trump's Tariff Bomb :"Donald Trump announcing copper and pharma tariffs, impacting India's exports – Shah Times Analysis"
Donald Trump’s Tariff Bomb: तांबे पर 50% और दवाओं पर 200% टैक्स – भारत की इकोनॉमी पर क्या असर पड़ेगा?
Donald Trump’s Tariff Bomb: ट्रंप की टैरिफ चेतावनी से भारत की दवा और माइनिंग इंडस्ट्री संकट में
Donald Trump’s Tariff Bomb: डोनाल्ड ट्रंप ने तांबे पर 50% और फार्मास्यूटिकल्स पर 200% टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है. भारत की इकोनॉमी और एक्सपोर्ट इंडस्ट्री पर क्या होगा असर? पढ़ें Shah Times विश्लेषण।
🇺🇸 Donald Trump’s New Tariff War: अमेरिका की घरेलू राजनीति या वैश्विक बाजारों के लिए चुनौती?
Donald Trump’s Tariff Bomb: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर टैरिफ बम फोड़ने को तैयार हैं. हाल ही में उन्होंने तांबे पर 50% और फार्मास्यूटिकल्स पर 200% टैक्स लगाने का ऐलान किया है. यह ऐलान केवल अमेरिका की ट्रेड पॉलिसी को नहीं बदलता, बल्कि भारत जैसे मित्र देशों की इकोनॉमी पर भी बड़ा असर डालता है.
📦 टैरिफ की टाइमिंग और इंटेंशन: अमेरिका फर्स्ट फिर से?
ट्रंप ने स्पष्ट किया कि 1 अगस्त 2025 के बाद ये नए टैरिफ लागू हो जाएंगे. कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक के अनुसार तांबे पर टैरिफ की घोषणा जुलाई के अंत तक फाइनल हो सकती है. वहीं फार्मा सेक्टर को ट्रंप ने 1.5 साल की छूट दी है ताकि कंपनियां अमेरिका में उत्पादन शुरू कर सकें. लेकिन बाद में, 200% तक का आयात शुल्क लगाया जाएगा.
इससे साफ है कि ट्रंप प्रशासन का उद्देश्य अमेरिका में निर्माण (manufacturing) को बढ़ावा देना है, जो उनके “America First” एजेंडे से मेल खाता है.
🌐 भारत के लिए क्या खतरा है?
🧪 Pharma Sector – सबसे ज्यादा प्रभावित
- भारत का $9.8 बिलियन फार्मा निर्यात 2024-25 में अमेरिका को हुआ, जो कुल निर्यात का 40% है.
- भारत अमेरिका को जेनेरिक दवाएं भेजता है, जिससे अमेरिकी नागरिकों को सस्ती दवाएं मिलती हैं.
- 200% टैरिफ से दवाएं महंगी हो सकती हैं और अमेरिका की मांग घट सकती है.
- इससे भारत की फार्मा इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगेगा, खासकर छोटे-मध्यम निर्माताओं को.
🏗️ Copper Export – 50% टैरिफ से झटका
- भारत ने FY 2024-25 में $2 बिलियन मूल्य का तांबा एक्सपोर्ट किया.
- इसमें से 17% ($360 मिलियन) अमेरिका गया.
- अमेरिका भारत का तीसरा सबसे बड़ा तांबा आयातक है, चीन और सऊदी अरब के बाद.
- 50% टैरिफ लगने से डिमांड में गिरावट संभव है, जिससे भारत के माइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को नुकसान हो सकता है.
💬 ट्रंप की BRICS को धमकी: चीन और भारत दोनों के लिए अलार्म
ट्रंप ने BRICS को “गंभीर समूह नहीं” कहा और 10% टैरिफ लगाने की धमकी दी. उनका मानना है कि यह समूह अमेरिकी डॉलर को चुनौती देने की कोशिश कर रहा है.
भारत BRICS का हिस्सा होने के नाते इस टारगेटिंग से भी अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो सकता है, खासकर जब वित्तीय सिस्टम में डॉलर के विकल्प की चर्चा हो रही है.
Shah Times E-Paper 9 July 2025
🤝 क्या भारत-US मिनी ट्रेड डील टैरिफ बचा सकती है?
भारत और अमेरिका के बीच मिनी ट्रेड डील की चर्चा पिछले कुछ समय से चल रही है. अगर यह डील 1 अगस्त से पहले हो जाती है, तो हो सकता है कि ये टैरिफ भारत पर लागू न हों.
इसमें शामिल हो सकते हैं:
- फार्मा और हेल्थकेयर सप्लाई के नियम
- माइनरल और मेटल्स का व्यापार
- डिजिटल सेवाओं पर नियम
इसलिए भारत सरकार की डिप्लोमैटिक सक्रियता इस समय बेहद अहम है.
📊 अर्थव्यवस्था पर प्रभाव – 3 प्रमुख पहलू
- निर्यात में गिरावट: अगर टैरिफ लागू होते हैं, तो भारत के अमेरिका को होने वाले निर्यात में 20-30% तक की गिरावट हो सकती है.
- रोजगार पर असर: फार्मा और खनिज क्षेत्र में लाखों लोगों की नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं.
- बाजार अस्थिरता: शेयर बाजारों में फार्मा और माइनिंग कंपनियों के स्टॉक्स में गिरावट आने की आशंका है.
🔍 क्या है भारत के पास विकल्प?
- डायवर्सिफिकेशन: भारत को अपने फार्मा और खनिज उत्पादों के लिए यूरोप, जापान, अफ्रीका जैसे नए बाजार खोजने होंगे.
- FTA समझौते: भारत को यूरोपीय यूनियन, खाड़ी देशों से Free Trade Agreements पर तेज़ी से काम करना होगा.
- डॉलर निर्भरता कम करना: डिजिटल करेंसी और रुपए आधारित व्यापार की तरफ बढ़ना होगा.
📣 निष्कर्ष: टैरिफ वार से ट्रंप को चुनावी फायदा, भारत को सतर्कता जरूरी
ट्रंप के इस कदम के पीछे अमेरिका में 2025 के राष्ट्रपति चुनाव हैं, जहां वे खुद को “मजबूत राष्ट्रवादी नेता” के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं. भारत के लिए यह समय संधि, रणनीति और सजगता का है. अगर भारत सही समय पर अपनी कूटनीति का इस्तेमाल करता है, तो वह इस झटके को अवसर में बदल सकता है.