
एसडीएम के नेतृत्व में राहत कार्य में जुटा प्रशासन पीड़ित ग्रामीणों को वितरित कराए तिरपाल
खतरे के निशान से 67 सेमी ऊपर बह रही गंगा नरौरा बैराज से गंगा में छोड़ा गया 1,45,780 क्यूसेक पानी
प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ प्रशांत त्यागी के नेतृत्व मे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बाढ प्रभावित गांवों मे डाला डेरा दर्जनो ग्रामीणो का परीक्षण कर दवाएं वितरित की गई
सहसवान । उफनाई गंगा की दहाड़ती लहरों ने अब विकराल रूप धारण कर लिया है। गंगा महावा बांध के उस पार बसे गांव भमरौलिया, वीर सहाय नगला, परशुराम नगला, खागी नगला चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिर कर टापू में परिवर्तित हो गए हैं।

हालांकि अभी गांव में बाढ़ का पानी नहीं भरा है। इन गांवों के ग्रामीणों ने गंगा महावा बांध समेत सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी शुरू कर दी है। फसलों को जलमग्न करती हुई लहरें गंगा महावा बांध पर ठोकर मार रही है। जलभराव की स्थिति रहने पर ग्रामीणों के सामने पशुओं के चारे का संकट खड़ा हो जाएगा। गुरुवार को एसडीएम प्रेमपाल सिंह के नेतृत्व में तहसील प्रशासन की टीम ने पीड़ित ग्रामीणों को फौरी राहत के तौर पर तिरपाल वितरित किए। एसडीएम ने राहत कार्य के लिए बनाई गई टीमों को अलर्ट रहने और क्षेत्र में कैंप करने के निर्देश दिए हैं।
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गुरुवार को नरौरा बैराज से गंगा में एक लाख 45 हजार 780 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंगा में बहुत तेज उफान आ गया। कछला में मीटर गेज तेजी से बढ़ता हुआ 162. 67 मीटर पर पहुंच गया। बिजनौर, हरिद्वार से भी गंगा में पानी छोड़े जाने का सिलसिला अभी जारी है। इसके चलते अभी बाढ़ के प्रकोप में कमी आने की कोई संभावना नहीं है। इधर जेई रामअवतार आर्य के नेतृत्व में बाढ़ खंड भी क्षेत्र में कैंप कर हालातों पर निगाह रखे हुए है।
स्वास्थ्य परीक्षण कर बांटीं दवाईयां

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ प्रशांत त्यागी के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीम ने बाढ़ग्रस्त गांव वीर सहाय नगला में स्वास्थ्य कैम्प लगाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और दवाइयां वितरित की। सीएमओ डॉ प्रदीप वार्ष्णेय ने शिविर का निरीक्षण किया। टीम में डा प्रीति, डा सुमंत माहेश्वरी, अशफाक अहमद, गुलशन, अरविंद पाठक, अजीम आदि शामिल रहे।
शाहटाइम्स संवाददाता डाo राशिद अली खान सहसवान बदायूं