
PM Modi addressing NDA MPs on Operation Sindoor
NDA बैठक में PM मोदी ने विपक्ष पर बोला तीखा हमला
PM मोदी बोले: ‘5 अगस्त ऐतिहासिक चेतना का प्रतीक’
PM मोदी ने NDA बैठक में ऑपरेशन सिंदूर को सेना का सम्मान बताया और विपक्ष पर तीखा हमला बोला। पढ़ें पूरा राजनीतिक विश्लेषण।
NDA बैठक में मोदी ने विपक्ष पर बोला तीखा हमला
ऑपरेशन सिंदूर पर बहस कर विपक्ष ने किया ‘सेल्फ गोल’
पीएम मोदी बोले: ‘5 अगस्त ऐतिहासिक चेतना का प्रतीक’
5 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए न केवल ऑपरेशन सिंदूर को देश की सेना का गौरव बताया, बल्कि विपक्ष की रणनीति को भी “सेल्फ गोल” करार दिया। इस बैठक में उन्होंने कई राष्ट्रीय और संवैधानिक मुद्दों पर खुलकर विचार रखे, जिससे आने वाले समय की राजनीतिक दिशा का संकेत मिलता है।
ऑपरेशन सिंदूर: सैन्य शौर्य और राजनीतिक सियासत
ऑपरेशन सिंदूर, हाल ही में भारत की सेना द्वारा सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया एक संवेदनशील ऑपरेशन है।
पीएम मोदी ने इस ऑपरेशन को भारतीय सेना के सम्मान से जोड़ा और कहा कि इसकी जानकारी पूरे देश को होनी चाहिए।
उन्होंने जोर देकर कहा कि संसद में इसका प्रभावी प्रस्तुतीकरण एनडीए की रणनीतिक सफलता है।
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मुख्य बिंदु:
यह सिर्फ सैन्य अभियान नहीं, बल्कि भारत की आत्मरक्षा की नीति का प्रतीक है।
विपक्ष ने इस पर बहस की मांग कर “अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली”।
विपक्ष की रणनीति बनी ‘सेल्फ गोल’
प्रधानमंत्री मोदी ने तीखे शब्दों में कहा:
“ऐसा विपक्ष कहां मिलेगा जो अपने ही पैर पर पत्थर मारता है।”
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की राहुल गांधी पर टिप्पणी को याद दिलाते हुए कहा कि विपक्ष की स्थिति “आ बैल मुझे मार” जैसी हो गई है।
प्रधानमंत्री ने इसे “मोदी का मैदान” बताते हुए विपक्ष को खुली चुनौती दी – “ऐसे डिबेट रोज कराओ, भगवान मेरे साथ हैं।”
अनुच्छेद 370 और एनडीए की विचारधारा
पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को एनडीए सरकार की सबसे साहसी और ऐतिहासिक उपलब्धियों में गिना।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह जम्मू-कश्मीर में संविधान लागू करना ही नहीं चाहती थी।
एनडीए ने संविधान की पूर्ण स्थापना कर देश को एकजुट किया।
SIR विवाद पर मोदी का हमला
SIR (Special Revision of Electoral Rolls) को लेकर विपक्ष ने झूठा भ्रम फैलाया – पीएम मोदी
“देश को गुमराह करने की कोशिश हो रही है, लेकिन जनता सब देख रही है।”
चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए एनडीए की प्रतिबद्धता दोहराई गई।
हर घर तिरंगा और राष्ट्रीय चेतना
पीएम मोदी ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को प्रेरणादायक बताया और सांसदों से इसमें सक्रिय भागीदारी की अपील की।
29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के आयोजन का भी आह्वान किया।
एनडीए के 25 साल: एकता और स्थिरता की मिसाल
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए के 25 साल सरकार की स्थिरता और नीति की निरंतरता के प्रतीक हैं।
सभी घटक दलों को अपनी-अपनी उपलब्धियों को देश के सामने लाना चाहिए।
विश्लेषण: मोदी की रणनीति कितनी कारगर?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि:
पीएम मोदी ने सैन्य मुद्दों को राष्ट्रवाद से जोड़कर विपक्ष को मुश्किल में डाल दिया है।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को सार्वजनिक रूप से उठाकर उन्होंने नैतिक बढ़त ले ली है।
संसद में और बाहर दोनों जगह विपक्ष रक्षात्मक स्थिति में नजर आ रहा है।
5 अगस्त की एनडीए बैठक सिर्फ एक रणनीतिक समीक्षा नहीं थी, बल्कि भविष्य की राजनीतिक दिशा का संकेत थी।
मोदी का यह संदेश स्पष्ट है – “राष्ट्रवाद, सैन्य सम्मान और संविधान की रक्षा ही हमारी प्राथमिकता है।”
विपक्ष को अब अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा क्योंकि हर बार “डिबेट की मांग” उन्हें भारी पड़ सकती है।