
India Rupee Revolution – RBI strategy to reduce dollar dependence | Shah Times
RBI की नई रणनीति से तेज़ होंगे अंतरराष्ट्रीय लेन-देन, 30 देश जुड़े रुपया क्रांति से
भारत का डॉलर पर बड़ा वार: अब रुपये में होगा डॉलर का निपटान
भारत ने डॉलर निर्भरता कम करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया। 30 देशों ने रुपये में व्यापार शुरू किया, $16B निपटान, 156 SRVA खाते सक्रिय।
नई दिल्ली,(Shah Times)। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने ऐसा कदम उठाया है जो वैश्विक वित्तीय परिदृश्य में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। अब विदेशी रुपया खातों (Rupee Vostro Accounts) के लिए 6 हफ़्ते तक इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं होगी। लेन-देन अब तुरंत होगा और उसमें अमेरिकी डॉलर (USD) कन्वर्ज़न की आवश्यकता भी नहीं रहेगी।
रुपये में व्यापार का विस्तार
दुनियाभर में 156 स्पेशल रुपया वोस्ट्रो अकाउंट्स (SRVAs) सक्रिय हो चुके हैं।
अब तक ₹1.34 लाख करोड़ (करीब $16 अरब) रुपये में निपटान हो चुका है।
30 देश इस पहल में शामिल हो चुके हैं, जिनमें छोटे देश फ़िजी और बोत्सवाना तक शामिल हैं।
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BRICS देशों ने 2030 तक अपने 70% व्यापार को स्थानीय मुद्राओं में करने का लक्ष्य रखा है।
भारत की यह नई रणनीति इस प्रक्रिया को तेज़ कर रही है। इसका असर डॉलर की पकड़ को कमजोर करने और वैश्विक “De-Dollarization” की दिशा में अहम साबित हो सकता है।
क्यों अहम है यह कदम?
भारत के लिए विदेशी व्यापार में डॉलर पर निर्भरता घटेगी।
लेन-देन तेज़, सस्ता और आसान हो जाएगा।
रुपये की वैश्विक स्वीकार्यता बढ़ेगी।
विशेषज्ञों की राय
आर्थिक जानकार मानते हैं कि यह कदम भारत की वित्तीय संप्रभुता को मजबूत करेगा। हालांकि, डॉलर की पकड़ अभी भी मज़बूत है और भारत को इस प्रक्रिया को संतुलित ढंग से आगे बढ़ाना होगा।