
Shivpal Singh Yadav among workers in Muzaffarnagar
भाजपा हार की बौखलाहट में वोट की चोरी पर उतरी: शिवपाल यादव
मुजफ्फरनगर में शिवपाल यादव का BJP पर बड़ा हमला
शिवपाल सिंह यादव ने भाजपा पर चुनाव आयोग से मिलीभगत और वोट चोरी के आरोप लगाए, कहा लोकतंत्र खतरे में है और विपक्ष बड़ा संघर्ष करेगा।
Muzaffarnagar,(Shah Times) । मुजफ्फरनगर की सियासत में इस वक़्त सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या देश की सबसे बड़ी संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग अपनी साख बचा पाएगी या फिर जनता का भरोसा पूरी तरह से टूट जाएगा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “भाजपा अब लोकतांत्रिक लड़ाई हार चुकी है और अब केवल वोट चोरी व मतदाता सूचियों में हेराफेरी के सहारे सत्ता बचाने का खेल खेल रही है।”
मुजफ्फरनगर में आयोजित एक समारोह में शामिल होने पहुंचे शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए।
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शिवपाल का सीधा हमला
पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भाजपा का ग्राफ तेजी से नीचे जा रहा है। जनता अब भाजपा की नीतियों से मोहभंग कर चुकी है। लेकिन सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा ने चुनाव आयोग को भी अपने प्रभाव में ले लिया है।
उन्होंने कहा, “लोकतन्त्र की आत्मा मतदाता है और जब उसी के अधिकार पर डाका डाला जाए तो यह सीधे-सीधे संविधान पर हमला है।”
शिवपाल ने दावा किया कि भाजपा फर्जी जीत का नाटक कर रही है और चुनाव आयोग जैसी संस्था से मिलकर लोकतंत्र की मूल भावना को आहत कर रही है।
कार्यकर्ताओं का जोश और जनता की उम्मीदें
मुजफ्फरनगर में आयोजित कार्यक्रम में शिवपाल का भव्य स्वागत हुआ। समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों से लेकर कार्यकर्ताओं तक ने एकजुटता का प्रदर्शन किया। भीड़ का उत्साह साफ संकेत दे रहा था कि कार्यकर्ता भाजपा की कथित “वोट चोरी” की रणनीति को रोकने के लिए मैदान में उतर चुके हैं।
शिवपाल ने कार्यकर्ताओं से कहा कि जनता को साथ लेकर भाजपा के इस षड्यंत्र के खिलाफ एक व्यापक आंदोलन चलाना होगा। उन्होंने साफ चेतावनी दी कि यदि मतदाता सूचियों में गड़बड़ी और वोट चोरी नहीं रुकी तो सड़क से संसद तक संघर्ष छेड़ा जाएगा।
विपक्षी रणनीति और गठबंधन की मजबूती
शिवपाल सिंह यादव ने साफ किया कि समाजवादी पार्टी अकेले नहीं, बल्कि अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ देशव्यापी अभियान चला रही है।
यह रणनीति 2024 के लोकसभा चुनाव से लेकर आगामी विधानसभा चुनावों तक एक बड़ा राजनीतिक विमर्श बनने जा रही है। विपक्ष अब भाजपा के कथित “S.I.R यानी Selective Inclusion and Removal” के खेल को जनता के सामने उजागर करने के लिए तैयार है।
चुनाव आयोग की भूमिका पर प्रश्नचिह्न
देश में लोकतंत्र का प्रहरी कहे जाने वाले चुनाव आयोग पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि आयोग अब निष्पक्ष नहीं रहा। शिवपाल का बयान इसी पृष्ठभूमि में आया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आयोग की विश्वसनीयता पर हमला कर लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ को कमजोर कर दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि अब जनता का भरोसा टूट रहा है और यही लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
विश्लेषण
भाजपा की रणनीति: सत्ता बचाने के लिए हर संभव कदम, चाहे वह जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार हो या चुनावी मशीनरी पर पकड़।
विपक्ष का रुख: भाजपा के खिलाफ जनता को लामबंद करना, लोकतंत्र की रक्षा का एजेंडा।
जनता की स्थिति: बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और असंतोष ने माहौल भाजपा के खिलाफ बनाया है।
प्रतिवाद और भाजपा का पक्ष
भाजपा बार-बार यह कह चुकी है कि विपक्ष केवल हार का ठीकरा चुनाव आयोग और भाजपा पर फोड़ता है। भाजपा का कहना है कि उसकी जीत जनता के समर्थन पर आधारित है, न कि किसी साजिश पर।
लेकिन विपक्षी दलों के लगातार आरोप और जनता का गुस्सा यह दिखाता है कि मामला केवल आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की बुनियाद से जुड़ा हुआ है।








कार्यकर्ताओं का जोश और स्वागत समारोह
मुजफ्फरनगर के गुप्ता रिसॉर्ट पर जब शिवपाल सिंह यादव पहुंचे तो उनका ज़ोरदार स्वागत हुआ। मुजफ्फरनगर सांसद हरेंद्र मलिक , पूर्व सांसद कादिर राणा, समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष ज़िया चौधरी एडवोकेट, विधायक पंकज मलिक, राष्ट्रीय सचिव राकेश शर्मा, महानगर अध्यक्ष पुष्पेंद्र बॉबी त्यागी समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।
स्वागत करने वालों में प्रदेश सचिव नौशाद अली, ठाकुर सुखपाल सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्यामलाल बच्ची सैनी, मुखिया गुर्जर, पूर्व प्रत्याशी हाजी लियाकत अली, जिला मीडिया प्रभारी साजिद हसन, जिला उपाध्यक्ष सोमपाल सिंह कोरी, आमिर कासिम एडवोकेट, रविकांत त्यागी, धर्मेंद्र सिंह नीटू, पवन बंसल, शमशेर मलिक, महासचिव चौधरी विकिल गोल्डी अहलावत, नेता सतेंद्र पाल, विधानसभा अध्यक्ष अकरम खान, सत्यदेव शर्मा, संजीव आर्य, सादिक चौहान, यूथ ब्रिगेड जिलाध्यक्ष राशिद मलिक, अल्पसंख्यक सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. इसरार अल्वी, छात्र सभा महानगर अध्यक्ष नदीम मलिक, नेत्री दीप्ति पाल, राष्ट्रीय सचिव समाजवादी बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी पूजा अंबेडकर, राष्ट्रीय सचिव यूथ ब्रिगेड फ़हीम अहमद, नदीम राणा, रमेश चंद शर्मा, वसीम राणा, कपिल मलिक, डॉ. हनी समाहत, हुसैन राणा, जाउल चौधरी, अभिषेक गोयल एडवोकेट, पंकज सैनी, पवन पाल, डॉ. नरेंद्र सैनी, अल्पसंख्यक सभा राष्ट्रीय सचिव नवाब इम्तियाज कुरैशी, अनुज कुमार गुर्जर, मोनू गुर्जर, गजेंद्र प्रधान, सलीम अंसारी, सभासद सुंदर सिंह, हाजी गुफरान, हाजी मूसा तेवड़ा, रजनीश यादव, दुर्गेश पाल, राशिद मलिक सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और समर्थक शामिल रहे।
भीड़ के जोश से यह साफ संदेश गया कि समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता भाजपा की कथित “वोट चोरी” की रणनीति को रोकने के लिए तैयार हैं।
निष्कर्ष
मुजफ्फरनगर से उठी यह आवाज़ सिर्फ एक जिले तक सीमित नहीं है। यह संदेश पूरे देश में गूंज रहा है कि लोकतंत्र की रक्षा अब केवल चुनाव आयोग पर नहीं, बल्कि जनता और राजनीतिक दलों की सजगता पर निर्भर है।
शिवपाल सिंह यादव का यह बयान विपक्षी राजनीति को नई ऊर्जा देता है। भाजपा के लिए यह चेतावनी है कि यदि जनता का विश्वास टूटा तो सत्ता की राह और मुश्किल हो जाएगी।