
तेजपत्ता: स्वाद ही नहीं बल्कि सेहत का भी है खजाना।

तेजपत्ता (Bay Leaf) भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है। अक्सर इसका इस्तेमाल दाल, सब्जी, पुलाव या बिरयानी में किया जाता है। इसकी खुशबू और स्वाद खाने को खास बना देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तेजपत्ता केवल स्वाद बढ़ाने का ही काम नहीं करता, बल्कि यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसमें विटामिन A, C, फोलेट, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं।
1. पाचन तंत्र को मजबूत करे
तेजपत्ता पाचन में मदद करता है। यह गैस, अपच और कब्ज की समस्या को दूर करता है। तेजपत्ता का पानी पीने से पेट हल्का महसूस होता है और भूख भी सही लगती है।
2. डायबिटीज कंट्रोल में सहायक
तेजपत्ता ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मददगार माना जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ाते हैं, जिससे डायबिटीज रोगियों को लाभ मिलता है।
3. कोलेस्ट्रॉल और हार्ट हेल्थ
तेजपत्ता खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में सहायक होता है। यह दिल की बीमारियों के खतरे को घटाता है।
4. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए
तेजपत्ते में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसके सेवन से सर्दी-जुकाम और संक्रमण से बचाव होता है।
5. वजन घटाने में सहायक
तेजपत्ते का पानी शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है। यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे वजन कम करने में सहायता मिलती है।
6. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
तेजपत्ता एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। यह त्वचा को निखारने और झुर्रियों को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा बालों की जड़ों को मजबूत कर डैंड्रफ की समस्या से भी राहत दिलाता है।
7. दर्द और सूजन में राहत
तेजपत्ते का तेल या इसका लेप लगाने से जोड़ों का दर्द और सूजन कम होती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
निष्कर्ष
तेजपत्ता सिर्फ एक मसाला नहीं, बल्कि सेहत का खजाना है। यह स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ पाचन, शुगर कंट्रोल, दिल की सेहत, वजन घटाने और इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है। इसलिए इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें, लेकिन सीमित मात्रा में ही।






