
चीनी कि जगह गुड़ को अपनी डाइट में करें शामिल, होंगे बड़े फायदे?

चीनी हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसका सेवन हम सुबह की चाय से लेकर मिठाईयों में और कई तरह के फूड्स में करते हैं। WHO के मुताबिक रोजाना लगभग 25 ग्राम यानी 6 चम्मच या उससे भी कम चीनी का सेवन करना चाहिए। लेकिन हमारी जिंदगी में मीठी चीजों का सेवन दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। हम मीठे ड्रिंक से लेकर चाय-कॉफी और मिठाइयों में चीनी का सेवन करते हैं। चीनी बेशक जीभ को मिठास देती है और मीठा खाने की क्रेविंग को कंट्रोल करती है लेकिन आप जानते हैं कि ये रिफाइंड शुगर सेहत के लिए घातक भी है। लेकिन लोगों के मन में एक सवाल यह भी रहता है कि यदि चीनी की जगह गुड का सेवन करें तो क्या गुण हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है तो चलिए आज आपके इसी सवाल का जवाब लेकर हम आएं हैं।
आपको बता दें कि गुड़ खाने के कई सारे फायदे हैं। अक्सर न्यूट्रीशनिस्ट चीनी की बजाय मिठास के लिए गुड़ खाने की सलाह देते हैं। वहीं सर्दियों में रोजाना गुड़ खाने से सेहत को कई सारे फायदे मिलते हैं। गुड़ ना केवल एनीमिया की समस्या को दूर करता है बल्कि डाइजेशन के लिए भी अच्छा माना जाता है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि आखिर गुड़ फायदेमंद है तो कितनी मात्रा एक दिन में खाया जाए। क्योंकि भले ही गुड़ नेचुरल स्वीटनर हो लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकती है। केवल डायबिटिक पेशेंट ही नहीं बल्कि नॉर्मल लोगों को भी ज्यादा गुड़ नुकसान कर सकता है। इसलिए जानना जरूरी है कि आखिर कितनी मात्रा में गुड़ खाना सेहत के लिए हेल्दी होता है।
क्या गुड़ रिफाइंड शुगर से बेहतर है?
गुड़ सिर्फ़ मीठा करने वाला फूड नहीं है बल्कि ये पोषक तत्वों का भंडार है। रिफाइंड चीनी में खाली कैलोरी होती है जबकि गुड़ में आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और कैल्शियम होता है। यह उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प है जो मीठा खाने के साथ-साथ ज़रूरी मिनरल भी लेना चाहते हैं। एक्सपर्ट ने बताया अगर एक महीने तक रिफाइंड शुगर की जगह सिर्फ गुड़ का सेवन किया जाए तो पाचन दुरुस्त हो जाएगा। गुड़ पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करके पाचन में सुधार करता है।
नॉर्मल हेल्दी लोगों को कितने गुड़ का सेवन करना चाहिए।
अगर किसी इंसान को डायबिटीज या ब्लड शुगर जैसी शिकायत नहीं है तो एक्सपर्ट के मुताबिक ऐसे इंसान दिनभर में 10-15 ग्राम गुड़ यानी कि एक से दो चम्मच गुड़ ही खा सकता है।
गुड़ का सेवन करने से होने वाले फायदे।
पोषण संबंधी लाभ होना
गुड़ एक प्राकृतिक स्वीटनर है जो गन्ने के रस से बनाया जाता है और इसमें विविध पोषक तत्वों का खजाना होता है। यह आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स सहित कई आवश्यक खनिजों का समृद्ध स्रोत है। आयरन से समृद्ध होने के कारण, गुड़ एनीमिया से लड़ने में मदद कर सकता है, खासकर महिलाओं में। मैग्नीशियम और पोटैशियम हृदय स्वास्थ्य और रक्तचाप को सुधारने में सहायक होते हैं।
पाचन में सुधार के लिए फायदेमंद
गुड़ पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय रूप से सहायक है। इसका नियमित सेवन पाचन क्रिया को सक्रिय करने और आंतों में सुचारु गतिविधि को प्रोत्साहित कर सकता है, जिससे कब्ज, पेट फूलना, और गैस जैसी समस्याओं को कम किया जा सकता है।
खून साफ होता है
गुड़ के अद्वितीय गुणों में से एक है इसकी रक्त शुद्धिकरण क्षमता। यह शरीर से अशुद्धियों को बाहर निकालने में सहायक होता है, जिससे रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। इसके अलावा, गुड़ लीवर को डिटॉक्सिफाई करने में भी मदद करता है।
पानी की कमी न होना
गुड़ में पोटेशियम और सोडियम प्रचुर मात्रा में होते हैं जो इलेक्ट्रोलाइट स्तर को नियंत्रित करते हैं। गुड़ में मौजूद पोटेशियम शरीर में पानी की कमी को कम करने में मदद करता है।
वजन घटाने में सहायक
वजन घटाने के लिए, पेट फूलने से बचने के लिए और पानी की अवधारण को कम करने के लिए भी गुड़ का उपयोग किया जा सकता है।
क्या गुड़ चीनी से अधिक पौष्टिक है?
अब सभी के मन में एक सवाल हमेशा रहता है कि क्या गुड़ चीनी से ज्यादा फायदेमंद होता है, तो इसमें कोई शक नहीं कि गुड़ में चीनी से ज़्यादा पोषक तत्व होते हैं, क्योंकि इसमें गुड़ होता है – जो चीनी बनाने में इस्तेमाल होने वाला एक उपोत्पाद है। जर्नल ऑफ फ़ूड प्रोसेसिंग एंड टेक्नोलॉजी की परिभाषा के अनुसार, 100 ग्राम गुड़ में ये तत्व हो सकते हैं।






