
दिल्ली- NCR सूखा, बिहार-ओडिशा भीगे—IMD का ताज़ा मौसम पूर्वानुमान
मौसम अपडेट: IMD ने बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र में चेतावनी दी
भारत में मानसून की विदाई शुरू, मगर बिहार, झारखंड, ओडिशा व महाराष्ट्र में भारी बारिश। IMD ने कई राज्यों में अलर्ट जारी किया।
देश इस वक़्त मौसम के एक दिलचस्प और नाटकीय मोड़ से गुजर रहा है। एक तरफ़ मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है—पश्चिमी राजस्थान से मॉनसून बोरिया-बिस्तर समेटने लगा है। दूसरी तरफ़ बिहार, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कहीं Cloudburst (बादल फटना) से तबाही है, तो कहीं Urban Flooding ने आम लोगों की ज़िंदगी मुश्किल कर दी है।
इस पूरे सिनारियो को समझना ज़रूरी है क्योंकि मौसम का यह बदलता मिज़ाज सिर्फ़ एक नैचुरल इवेंट नहीं बल्कि Climate Change का चेतावनी संकेत भी है।
दिल्ली और उत्तर भारत का हाल
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने साफ़ कहा है कि दिल्ली-एनसीआर में 23 सितंबर तक बारिश की कोई संभावना नहीं है।
दिल्ली: उमस और धूप से हाल बेहाल। AQI भी बढ़ा है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश: मौसम शुष्क और तापमान बढ़ा।
पूर्वी यूपी: हल्की से मध्यम बारिश, अगले 5 दिन तक यही स्थिति।
लखनऊ मौसम विभाग का अनुमान है कि Bay of Bengal में बनने वाला Low Pressure System पूर्वी यूपी और बिहार में आगे और बारिश ला सकता है।
बिहार और पूर्वी भारत में बारिश
बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गंगा बेल्ट में 23 सितंबर तक Heavy Rainfall का Alert है।
Rainfall Range: 64.5mm – 115.5mm
Risk: Flood, Waterlogging, Crop Damage
IMD ने कहा है कि इन इलाक़ों में Urban Areas में Flood-like situation बन सकती है। किसान समुदाय के लिए यह Blessing और Curse दोनों है—धान की खेती को पानी मिल रहा है, लेकिन ज़्यादा बारिश से खेत डूबने का ख़तरा भी है।
पूर्वोत्तर भारत का परिदृश्य
असम और मेघालय: 24 सितंबर तक मूसलाधार बारिश।
नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा: 20-23 सितंबर तक Heavy Showers।
Risks: Landslides, River Floods, Road Blockage
पूर्वोत्तर राज्यों की जियोग्राफ़ी ऐसी है कि यहाँ Rainfall के साथ ही Landslide और River Overflow का ख़तरा बढ़ जाता है।
दक्षिण भारत में मानसून का असर
Southern Peninsula अभी भी बारिश से भीगा हुआ है।
कर्नाटक और तेलंगाना: लगातार Heavy Rainfall, कई जगह Waterlogging।
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश: 22-26 सितंबर तक हल्की से मध्यम बारिश।
Impact: IT Hubs (Bengaluru, Hyderabad) में ट्रैफ़िक जाम और इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव।
पश्चिम भारत: महाराष्ट्र और गुजरात
महाराष्ट्र के Konkan Belt और Vidarbha में Cloudburst जैसी बारिश हो रही है।
Maharashtra: 25-26 सितंबर तक Heavy Rain Warning।
Gujarat: 26 सितंबर तक Moderate से Heavy Rain।
Risk: Strong Winds (30-40 kmph), Crop Damage, Power Cuts।
मानसून की विदाई पर संपादकीय दृष्टिकोण
यहाँ दो चीज़ें अहम हैं:
Regional Contrasts – एक तरफ़ Rajasthan और Delhi सूखे, तो दूसरी तरफ़ Bihar और Northeast पानी में डूबे।
Climate Change Factor – मानसून अब Predictable नहीं रहा। Delay in Onset और Delay in Withdrawal दोनों पैटर्न दिखाई देते हैं।
कृषि पर असर:
पंजाब-हरियाणा के किसान Dry Weather से खुश हैं, Harvest आसान होगा।
बिहार-झारखंड के किसान Excess Rainfall से परेशान हैं, Paddy डूब सकता है।
Urban Impact:
Delhi-NCR में Pollution + Humidity = Health Risk।
Mumbai, Patna, Guwahati जैसे शहरों में Flood और Drainage Collapse।
निष्कर्ष
मानसून की विदाई अब एक समानांतर कहानी है—कुछ इलाकों में राहत और कुछ में आफ़त।
Delhi-NCR में लोग बारिश को तरस रहे हैं।
Bihar और Odisha में लोग बारिश से परेशान हैं।
Maharashtra में Cloudburst जैसे हालात हैं।
Bottom Line:
India is facing a fragmented monsoon withdrawal—a reminder कि Weather Patterns अब पहले जैसे नहीं रहे। Climate Change एक Reality है और हमें Agriculture से लेकर Urban Planning तक हर स्तर पर Adaptive Strategies बनानी होंगी।







