
Women Police Bike Rally in Muzaffarnagar – Symbol of Mission Shakti 5.0
मिशन शक्ति 5.0: महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की नई दिशा
महिला शक्ति और पुलिस की साझेदारी: मिशन 5.0 की कहानी
उत्तर प्रदेश सरकार का “मिशन शक्ति 5.0” महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में नई पहल है। मुज़फ्फरनगर में आयोजित बाइक रैली और कार्यक्रम ने इस अभियान को जन-जन तक पहुँचाया।
Muzaffarnagar, (Shah Times)। महिला सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण किसी भी लोकतांत्रिक समाज की बुनियाद हैं। भारत जैसे विविधता से भरे मुल्क में जब तक नारी सुरक्षित और आत्मनिर्भर नहीं होगी, तब तक समाज की प्रगति अधूरी रहेगी। इसी सोच को मज़बूत बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने “मिशन शक्ति” की शुरुआत की थी, जो अब अपने पाँचवें चरण तक पहुँच चुका है।
मिशन शक्ति 5.0 की शुरुआत
20 सितम्बर 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने “मिशन शक्ति 5.0” का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश के 1647 थानों में मिशन शक्ति केंद्रों की स्थापना हुई। इन केंद्रों का मक़सद महिलाओं और बच्चियों को त्वरित सहायता, परामर्श और सरकारी योजनाओं से जोड़ना है।
यही नहीं, हर थाने को SOP पुस्तिका भी प्रदान की गई, जिससे कार्यवाही और ज़्यादा प्रभावी और मानकीकृत हो। यह क़दम इस बात की तस्दीक करता है कि महिला सुरक्षा केवल नारों तक सीमित न रहे बल्कि ज़मीनी स्तर पर साकार रूप ले।
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मुज़फ्फरनगर का विशेष आयोजन
21 सितम्बर 2025 को मुज़फ्फरनगर की रिज़र्व पुलिस लाइन में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा इस मौके पर मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई और फिर महिला पुलिस अधिकारियों, समाजसेवियों और प्रशासनिक अधिकारियों से संवाद हुआ।
मुख्य अतिथियों ने साफ़ कहा कि “मिशन शक्ति” केवल महिला सुरक्षा तक सीमित नहीं है बल्कि यह आत्मनिर्भरता और सामाजिक जागरूकता का अभियान भी है। उन्होंने साहसिक कार्य करने वाली महिला पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया और 6 वर्षीय काव्या वत्स को भी पुरस्कृत किया जिसने कुरुक्षेत्र जूडो-कराटे प्रतियोगिता में पदक जीतकर जनपद का मान बढ़ाया।
बाइक रैली का संदेश
इस आयोजन का मुख्य आकर्षण महिला पुलिस बाइक रैली रही। 100 महिला पुलिसकर्मियों ने 50 स्कूटियों पर सवार होकर शहर की मुख्य सड़कों पर मार्च किया। जनता के बीच हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी बाँटी गई और “सशक्त नारी – समृद्ध प्रदेश” का संदेश दिया गया।
यह रैली केवल एक प्रतीक नहीं थी, बल्कि यह जनजागरण की गूंज थी, जो समाज को यह संदेश देती है कि नारी सुरक्षा सरकार और समाज दोनों की साझा ज़िम्मेदारी है।
मिशन शक्ति 5.0 का प्रभाव
महिलाओं को त्वरित सहायता और परामर्श की सुविधा
बच्चियों के लिए आत्मरक्षा और जागरूकता कार्यक्रम
पुलिस बल को संवेदनशील और जवाबदेह बनाने के लिए SOP
समाज में “नारी सम्मान” की संस्कृति को मज़बूत करना
आने वाले दिनों में नुक्कड़ नाटक, संवाद गोष्ठियाँ और कैम्पेन इस कार्यक्रम को और मज़बूत बनाएंगे।
नारी सुरक्षा और सशक्तिकरण केवल प्रशासनिक विषय नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन का मूल है। “मिशन शक्ति 5.0” इस दिशा में एक साहसिक क़दम है।
फिर भी, आलोचकों का मानना है कि कानून और योजनाओं के साथ-साथ व्यवहारिक बदलाव की ज़रूरत है। पुलिस बल को संवेदनशील बनाना, समाज में पितृसत्तात्मक मानसिकता को तोड़ना और महिलाओं को हर स्तर पर समान अवसर देना इस मिशन का असली इम्तिहान होगा।
मुज़फ्फरनगर का आयोजन और बाइक रैली इस बात का सबूत है कि सरकार और पुलिस मिलकर ठोस प्रयास कर रही है। अब यह समाज की ज़िम्मेदारी भी है कि वह इस अभियान को केवल नारेबाज़ी न बनाए बल्कि इसे जीवन का हिस्सा बनाए।




