
घी का सेवन करने से शरीर कोमिलते है अनेक फायदें।
भारतीय रसोई में घी का इस्तेमाल सदियों से होता आया है। ये न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद अच्छा माना जाता है। हालांकि, घी के फायदे पाने के लिए ज्यादातर लोग केवल इसका सेवन करते हैं, जबकि आप और भी कई तरह से घी का इस्तेमाल कर सकते हैं। खासकर आयुर्वेद में घी के इस्तेमाल के कई तरीके बताए गए हैं, यहां हम आपको कुछ ऐसे तरीके और उनके फायदे बता रहे हैं। आईए जानते हैं?
आयुर्वेद के अनुसार अगर सबसे शक्तिशाली और पौष्टिक सुपरफूड की बात की जाए तो घी को सबसे पहला मुकाम हासिल है। प्राचीन ग्रंथों जैसे चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में घी को ओज वर्धक, स्मृति वर्धक और बल प्रदायक बताया गया है। ओज वर्धक का मतलब है ऐसी डाइट से हैं जो शरीर को स्वस्थ और एनर्जेटिक बनाएं, साथ ही इम्यूनिटी भी मजबूत करें। स्मृति वर्धक से मतलब ऐसा आहार जो ब्रेन की नसों को पोषण देकर ध्यान और याद रखने की क्षमता बढ़ाते हैं। बल प्रदायक का मतलब ऐसा आहार जो शरीर को अंदर और बाहर से मजबूत और ऊर्जावान बनाता है। घी में वो सभी गुण मौजूद हैं जो बॉडी और ब्रेन को हेल्दी रखने के लिए जरूरी हैं। डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए दिन भर में 3 से 4 चम्मच घी का सेवन कर सकते हैं।
कैसे करें घी का इस्तेमाल
सुबह खाली पेट करें घी का सेवन
आयुर्वेद में दिन की शुरुआत घी के साथ करने को बेहद फायदेमंद बताया गया है। एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच घी मिलाकर पिएं। इससे पाचन तंत्र बेहतर होता है। घी आंतों को चिकनाई देता है, कब्ज से राहत दिलाता है और वात दोष को संतुलित करता है। ऐसे में खासकर जो लोग अक्सर पेट साफ न होने, गैस या सूखेपन से परेशान रहते हैं, उनके लिए यह तरीका बेहद फायदेमंद हो सकता है।
रात को दूध में मिलाकर पिए घी
सोने से पहले आधा या एक चम्मच घी को गर्म दूध में मिलाकर पिएं। इससे नींद अच्छी आती है। इस तरह लेने पर घी शरीर के ऊतकों को पोषण देता है, दिमाग को शांत करता है और शरीर को आराम देने में भी मदद करता है।
घी से ऑयल पुलिंग
घी को हल्का गुनगुना कर लें। इसे रोज सुबह कुछ मिनट के लिए मुंह में रखकर कुल्ला करें। इस तरीके को ऑयल पुलिंग कहा जाता है। ऑयल पुलिंग से दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं, मुंह की ड्राईनेस खत्म होती है, दांतों का पीलापन कम होता है और सांस की दुर्गंध भी कम होती है।
इम्यूनिटी मजबूत होना
रोज घी के एक से दो चम्मच खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बीमारियों से बचाव होता है। रोज घी का सेवन करने से थकान और कमजोरी का इलाज होता है।
आंत की सेहत के लिए फायदेमंद
घी में विटामिन A, E, K2, हेल्दी फैट्स और एक खास फैटी एसिड मौजूद होता है जिसे ब्यूरेट कहते हैं जो आंत की सेहत में सुधार करता है। एक चम्मच घी में आपकी आंत में सुधार करने वाले सारे गुण मौजूद होते हैं। घी लैक्टोज फ्री होता है इसका सेवन करने से किसी तरह की कोई पेट में एलर्जी का डर नहीं रहता। ये फूड पेट और आंत की सेहत का इलाज करने में बेहद असरदार साबित होते हैं। अगर आपको दूध से एलर्जी है और आप लैक्टोज इंटॉलरेंस हैं तो आप घी आराम से खा सकते हैं। ये पाचन में सुधार करता है।
जोड़ों कि मालिश करना
गरम घी से जोड़ों की मालिश करने से जकड़न और दर्द कम होता है। यह सूजन घटाने और जोड़ों को लचीलापन देने में मदद करता है।
नाभि में घी डालना
नाभि हमारे शरीर के कई ऊर्जा मार्गों (नाड़ियों) का केंद्र है। नाभि पर घी लगाने से पाचन अग्नि को संतुलित करने में मदद मिलती है। इससे गैस, कब्ज और पेट फूलने जैसी समस्याओं में आराम मिल सकता है।