
सेंसेक्स-निफ्टी में जबरदस्त रैली, निवेशकों की दिवाली रौनक
अमेरिकी डेटा से बाजार में बहार, सेंसेक्स पहुंचा 52 हफ्तों के शिखर
ब्याज दर कटौती की उम्मीद से उछला बाजार, निवेशकों में जोश
📍मुंबई
🗓️ 27 अक्तूबर 2025
🖋️ आसिफ़ ख़ान
घरेलू शेयर बाजार में आज दिवाली के बाद जबरदस्त तेजी रही। अमेरिका से आए महंगाई के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे, जिससे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ी। सेंसेक्स 800 अंक चढ़ा और निफ्टी ने 26,000 का स्तर पार किया।
आज का दिन शेयर बाजार के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं रहा। दिवाली के बाद जैसे घरों में रोशनी बढ़ी, वैसे ही बाजार में भी उम्मीदों का उजाला देखा गया। सुबह से ही ट्रेडिंग फ्लोर पर जोश था — और दोपहर तक सेंसेक्स 700 अंक से ज़्यादा उछलकर 84,800 के पार निकल गया।
निफ्टी 50 भी पीछे नहीं रहा। 200 अंकों की छलांग के साथ यह 26,000 के स्तर को पार कर गया। ये स्तर सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, बल्कि उस भरोसे की निशानी हैं जो निवेशक इस वक्त भारत की अर्थव्यवस्था पर दिखा रहे हैं।
बाज़ार में दिवाली की रौनक
सेंसेक्स के 30 शेयरों में आज हर तरफ हरियाली थी। टाटा स्टील, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई और TMPV (टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स) के शेयर सबसे आगे रहे। इन कंपनियों के शेयरों में 1% से 2% तक की मज़बूत बढ़त देखी गई।
अगर इसे आम ज़ुबान में समझें, तो जैसे दिवाली के बाद बाज़ारों में ग्राहक लौटते हैं, वैसे ही विदेशी निवेशक (FIIs) फिर से भारतीय मार्केट में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
सेक्टरवार प्रदर्शन
वित्तीय सेवाओं और बैंकिंग शेयरों ने आज बाज़ार को मज़बूती दी।
निफ्टी बैंक इंडेक्स 0.4% ऊपर
निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 1.1% की बढ़त पर
स्मॉल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स क्रमशः 0.3% और 0.4% चढ़े
यानी न सिर्फ बड़े खिलाड़ी बल्कि छोटे और मझोले शेयरों में भी चमक दिखी।
ग्लोबल संकेतों से मिला सहारा
बाज़ार की यह तेजी सिर्फ घरेलू वजहों से नहीं थी। अमेरिका में सितंबर महीने की महंगाई दर (Inflation Rate) उम्मीद से कम रही। इसका मतलब यह कि फेडरल रिजर्व अब ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर सकता है।
जब अमेरिका में ब्याज दरें घटती हैं, तो भारत जैसे उभरते बाज़ारों में विदेशी निवेश बढ़ता है। यही वजह है कि निवेशकों का मूड आज बेहद पॉजिटिव था।
दूसरी बड़ी खबर आई — अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते पर शुरुआती सहमति बनने की। इस खबर ने एशियाई बाजारों में भी तेजी ला दी।
जापान का Nikkei 2% ऊपर जाकर पहली बार 50,000 अंक के पार
दक्षिण कोरिया का Kospi 4,000 के स्तर से ऊपर
हांगकांग का Hang Seng और चीन का CSI300 भी हरे निशान में
यानी एशिया में भी आज “बुल” (तेज़ी) का मौसम था।
विशेषज्ञों की राय
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड का कहना है —
“अमेरिका-चीन बातचीत में प्रगति और कमजोर महंगाई डेटा ने फेड से रेट कट की उम्मीद बढ़ाई है। इससे विदेशी निवेशकों का भरोसा लौटा है। घरेलू मोर्चे पर मेटल और बैंकिंग सेक्टर में सुधार दिख रहा है, जो आने वाले हफ्तों में मुनाफे को और बढ़ा सकता है।”
टॉप गेनर स्टॉक्स
आज के ट्रेडिंग में इन शेयरों ने सबसे ज़्यादा चमक दिखाई:
भारती एयरटेल: +2.75%
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL): +2.24%
SBI: +2.08%
TMPV: +1.64%
Eternal Ltd.: +2.19%
यह सब मिलकर बताते हैं कि निवेशकों का भरोसा अभी मज़बूत है।
रैली के मायने
यह रैली सिर्फ एक दिन की चमक नहीं, बल्कि एक संकेत है — कि मार्केट अब फिर से “रिस्क-ऑन” मूड में है।
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें और फेस्टिव सीजन की बिक्री का असर मिलकर एक नया ट्रेंड बना रहे हैं।
हालांकि, एक सच्चाई यह भी है कि इतनी तेज़ी के बाद कुछ मुनाफावसूली (profit booking) देखने को मिल सकती है।
पर दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह समय है पोर्टफोलियो को संतुलित करने का — और fundamentally strong कंपनियों में निवेश बनाए रखने का।
वैकल्पिक दृष्टिकोण
कुछ विश्लेषक यह भी कह रहे हैं कि मौजूदा उछाल “Sentiment-driven” है, यानी आंकड़ों से ज़्यादा भरोसे पर आधारित। अगर अमेरिका की ब्याज दरें उम्मीद के मुताबिक नहीं घटतीं, या चीन की अर्थव्यवस्था धीमी पड़ती है, तो यह तेजी थोड़ी ठंडी पड़ सकती है।
लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मज़बूत है — और यही असली ताकत है जो विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर रही है।
दिवाली के बाद बाज़ार में जो रौनक आई है, वो केवल उत्सव की नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था के आत्मविश्वास की भी है।
सेंसेक्स-निफ्टी की रैली बताती है कि निवेशक अब भविष्य को लेकर आशावादी हैं।
लघु अवधि में थोड़ी हलचल रहेगी, लेकिन दीर्घकाल में भारत की विकास कहानी अब भी “बुलिश ट्रैक” पर है।






