AAP की हार कांग्रेस फिर फेल, मुस्लिम मतदाताओं का बदलता रुख?

ओखला से अमानतुल्लाह खान की तीसरी जीत, BJP ने दी कड़ी टक्कर

AAP को झटका, BJP की बड़ी जीत, कांग्रेस फिर फेल

मुस्लिम वोटों का गणित बदला, AAP की पकड़ ढीली

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में AAP को बड़ा झटका लगा, BJP ने शानदार जीत दर्ज की और कांग्रेस एक बार फिर नाकाम रही। ओखला से अमानतुल्लाह खान ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की मुस्लिम वोटों का गणित बदला, AAP की पकड़ ढीली। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे चौंकाने वाले रहे। आम आदमी पार्टी (AAP) को करारा झटका लगा, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बड़ी जीत दर्ज की। कांग्रेस एक बार फिर अपना खाता खोलने में नाकाम रही। इस चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका अहम रही, क्योंकि उन्होंने पिछले चुनावों में AAP को भारी समर्थन दिया था।

मुस्लिम बहुल सीटों पर कड़ा मुकाबला

दिल्ली की राजनीति में मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। बल्लीमारान, सीलमपुर, मुस्तफाबाद, मटिया महल और ओखला जैसे क्षेत्रों में अक्सर मुस्लिम उम्मीदवारों की जीत होती है। इस बार भी इन सीटों पर जबरदस्त टक्कर देखने को मिली।

  • AAP ने इन चुनावों में 5 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे:
    • मटिया महल: आले मुहम्मद इकबाल
    • बल्लीमारान: इमरान हुसैन
    • ओखला: अमानतुल्लाह खान
    • सीलमपुर: चौधरी जुबेर अहमद
    • मुस्तफाबाद: वीर सिंह धींगान
  • कांग्रेस ने 7 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे, जबकि 2020 में उसने 5 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे।
  • AIMIM ने भी 2 सीटों (ओखला और मुस्तफाबाद) पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारे।
  • बसपा और आज़ाद समाज पार्टी ने भी मुस्लिम बहुल सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए।

बीजेपी ने नहीं उतारा मुस्लिम प्रत्याशी

बीजेपी ने किसी भी सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा, लेकिन पार्टी की अल्पसंख्यक विंग ने मुस्लिम वोटों तक पहुंचने के लिए कई प्रयास किए।

ओखला विधानसभा चुनाव 2025: अमानतुल्लाह खान की जीत का सिलसिला जारी

दिल्ली की सबसे चर्चित सीटों में से एक ओखला से आम आदमी पार्टी के अमानतुल्लाह खान ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा के मनीष चौधरी को 23,639 मतों से हराया। AIMIM के शिफा उर रहमान तीसरे स्थान पर रहे।

ओखला चुनाव नतीजे 2025:

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चुनावी नतीजों की प्रमुख बातें:

  • AAP का वोट शेयर घटा, लेकिन ओखला सीट पर मजबूत पकड़ बनी रही।
  • BJP ने मुस्लिम वोटों में सेंध लगाने की कोशिश की, लेकिन जीत नहीं सकी।
  • AIMIM को उम्मीद से कम वोट मिले, जिससे संकेत मिलता है कि दिल्ली में पार्टी की पकड़ कमजोर बनी हुई है।
  • कांग्रेस का प्रदर्शन फिर निराशाजनक रहा, अरीबा खान को अपेक्षित समर्थन नहीं मिला।

दिल्ली में मुस्लिम वोटों का गणित

2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में AAP को मुस्लिम मतदाताओं का जबरदस्त समर्थन मिला था। लेकिन इस बार नतीजों से संकेत मिलते हैं कि मुस्लिम वोटों का बड़ा हिस्सा कांग्रेस, AIMIM और अन्य दलों में बंट गया।

पिछले चुनावों की तुलना में AAP की स्थिति

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  • 2020 के मुकाबले AAP को 41,424 वोट कम मिले, जो मुस्लिम वोटों के विभाजन की ओर इशारा करता है।
  • BJP के वोट प्रतिशत में वृद्धि हुई, लेकिन जीत हासिल नहीं कर सकी।
  • AIMIM और कांग्रेस का प्रदर्शन उम्मीद से कमजोर रहा।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: भविष्य की राजनीति पर असर

इस चुनाव के नतीजे दिल्ली की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत दे रहे हैं।

  • AAP के लिए यह चुनाव बड़ा झटका है, क्योंकि पार्टी ने मुस्लिम बहुल सीटों पर अपनी पकड़ खोने के संकेत दिए हैं।
  • BJP ने अपना वोट शेयर बढ़ाया, जिससे भविष्य में पार्टी की संभावनाएं मजबूत हो सकती हैं।
  • कांग्रेस अभी भी अपनी खोई हुई जमीन नहीं पा सकी, जिससे उसकी स्थिति और कमजोर होती जा रही है।
  • AIMIM दिल्ली में पैर जमाने में नाकाम रही, जिससे संकेत मिलता है कि स्थानीय मुस्लिम मतदाता उसे गंभीर विकल्प नहीं मानते।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने राजधानी की सियासत में नई हलचल मचा दी है। AAP के लिए यह एक चेतावनी है, जबकि BJP के लिए यह उम्मीद की किरण। मुस्लिम मतदाताओं का झुकाव अब विभाजित होता दिख रहा है, जिससे आने वाले चुनावों में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।