
Elon Musk richest again as Larry Ellison slips, Mukesh Ambani climbs in Bloomberg Billionaires Index.
ब्लूमबर्ग इंडेक्स में उलटफेर: एलन मस्क टॉप पर, अंबानी 18वें स्थान पर
एलन मस्क फिर बने सबसे अमीर, लैरी एलिसन पिछड़े, मुकेश अंबानी की चढ़ाई
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव, एलन मस्क 399 अरब डॉलर पर शीर्ष पर, लैरी एलिसन पिछड़े, मुकेश अंबानी 18वें स्थान पर पहुँचे।
New York,(Shah Times) । दुनिया के अरबपतियों की संपत्ति लगातार बदलते स्टॉक मार्केट, वैश्विक अर्थव्यवस्था और टेक्नोलॉजी कंपनियों की चाल पर निर्भर करती है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स, जो हर रोज़ इन अरबपतियों की नेटवर्थ को अपडेट करता है, इस हफ्ते एक बड़े उलटफेर का गवाह बना। टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने फिर से दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति का ताज हासिल कर लिया है। वहीं, ओरेकल कॉर्पोरेशन के सह-संस्थापक लैरी एलिसन को गिरावट का सामना करना पड़ा। भारत की ओर से मुकेश अंबानी ने 18वें स्थान पर जगह बनाई है, जबकि गौतम अडानी टॉप-20 से बाहर हो गए हैं।
एलन मस्क की वापसी और दबदबा
एलन मस्क की नेटवर्थ गुरुवार को 15 अरब डॉलर बढ़कर 399 अरब डॉलर पर पहुँच गई। यह उछाल मुख्य रूप से टेस्ला के शेयरों में सुधार और स्पेसएक्स की मार्केट वैल्यू बढ़ने के कारण आया।
मस्क ने पहली बार 2021 में यह ताज हासिल किया था।
पिछले चार सालों से वे लगातार इस सूची के शीर्ष पर बने हुए हैं।
बीच-बीच में जेफ बेजोस और बर्नार्ड अर्नाल्ट ने उन्हें पछाड़ा, लेकिन मस्क ने जल्द ही वापसी की।
मस्क की रणनीति सिर्फ इलेक्ट्रिक कारों तक सीमित नहीं है। उनकी नज़र अंतरिक्ष, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सोशल मीडिया पर भी है। ट्विटर को एक्स में बदलने के बाद उन्होंने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर भी पकड़ मजबूत करने का प्रयास किया है।
लैरी एलिसन का उतार
लैरी एलिसन ने बुधवार को कुछ घंटों के लिए सबसे अमीर का खिताब छीन लिया था।
न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर ओरेकल के शेयरों में 41% की ऐतिहासिक बढ़त हुई।
एलिसन की कुल संपत्ति 24 घंटे में 101 अरब डॉलर बढ़ गई।
उनकी कुल संपत्ति 393 अरब डॉलर तक पहुँच गई थी।
लेकिन जल्द ही बाज़ार में गिरावट आई और एलिसन की नेटवर्थ घटकर 383 अरब डॉलर रह गई। नतीजा यह हुआ कि मस्क और एलिसन के बीच लगभग 36 अरब डॉलर का अंतर बन गया।
ओरेकल की ऐतिहासिक छलांग
ओरेकल कॉर्पोरेशन ने राजस्व अनुमान से कहीं अधिक दर्ज किया।
शेयर 42% बढ़कर 328.33 डॉलर प्रति शेयर पर पहुँच गए।
यह 1992 के बाद से किसी एक दिन की सबसे बड़ी वृद्धि थी।
कंपनी का मार्केट कैप 922 अरब डॉलर तक पहुँच गया।
ओरेकल अब न केवल टेक्नोलॉजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों में शामिल है, बल्कि एली लिली, जेपी मॉर्गन चेस और वॉलमार्ट को पीछे छोड़ चुकी है।
लैरी एलिसन का सफर
लैरी एलिसन का जीवन सफर भी प्रेरक है। शिकागो में जन्मे एलिसन ने कॉलेज की पढ़ाई अधूरी छोड़ दी और 1977 में महज 2000 डॉलर से अपने दोस्तों के साथ सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट लैबोरेट्रीज शुरू की। पाँच साल बाद कंपनी का नाम बदलकर ओरेकल रखा गया।
एलिसन ने लगभग 40 साल तक कंपनी के सीईओ के रूप में नेतृत्व किया।
2014 के बाद वे चेयरमैन और चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बन गए।
81 साल की उम्र में भी वे सक्रिय रूप से कंपनी के फैसलों में शामिल हैं।
वे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी माने जाते हैं और हाल ही में एआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट “स्टारगेट” में भी उन्होंने निवेश किया है।
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भारत का परिप्रेक्ष्य: अंबानी बनाम अडानी
भारत के कारोबारी जगत के लिए यह अपडेट अहम है।
मुकेश अंबानी 18वें स्थान पर पहुँच गए हैं।
उनकी नेटवर्थ लगभग 95 अरब डॉलर आंकी गई है।
रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल उनके मुख्य स्तंभ हैं।
इसके विपरीत, गौतम अडानी की संपत्ति में गिरावट आई है। राजनीतिक दबाव और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्ट्स ने अडानी ग्रुप की छवि पर असर डाला है।
अमीरी की राजनीति
अरबपतियों की यह सूची सिर्फ उनकी कंपनियों के नतीजों का आईना नहीं होती, बल्कि यह बताती है कि वैश्विक पूँजी और राजनीति किस तरह से आपस में जुड़ी हुई है।
मस्क का फोकस भविष्य की तकनीक पर है।
एलिसन का ज़ोर डेटा और क्लाउड पर है।
अंबानी उपभोक्ता आधारित डिजिटल अर्थव्यवस्था पर दांव लगा रहे हैं।
यह सब दर्शाता है कि अमीरी अब पारंपरिक बिजनेस मॉडल से आगे निकल चुकी है और टेक्नोलॉजी तथा पॉलिटिक्स इसमें निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।
काउंटरपॉइंट्स
हालांकि, कई विशेषज्ञ मानते हैं कि अरबपतियों की संपत्ति में यह बदलाव अस्थायी है।
मस्क की नेटवर्थ टेस्ला पर निर्भर है, जिसके शेयर काफी वोलाटाइल रहते हैं।
एलिसन की दौलत ओरेकल के शेयरों से जुड़ी है, जिनमें गिरावट आते ही असर दिखता है।
अंबानी और अडानी की रैंकिंग भारतीय अर्थव्यवस्था की अस्थिरता और नीतिगत फैसलों पर टिकी है।
नतीजा
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स हमें सिर्फ अरबपतियों की दौलत का हिसाब नहीं देता, बल्कि यह वैश्विक अर्थव्यवस्था की धड़कन को भी दर्शाता है। एलन मस्क ने फिर से सबसे अमीर का ताज पा लिया है, लेकिन यह पोज़िशन किसी के लिए स्थायी नहीं है। दुनिया की अर्थव्यवस्था और राजनीति का हर उतार-चढ़ाव इस रैंकिंग को बदल देता है। भारत के लिए राहत की बात है कि मुकेश अंबानी टॉप-20 में हैं, जो भारतीय बाजार की ताकत का संकेत है।
Asif Khan
Sub Editor
Shah Times Digital




