
Bareilly
दरगाह आला हजरत Bareilly से जुड़ी संस्था के सहयोग से इस बार पाँच बच्चों ने नीट परीक्षा पास की है। महानुभावों से प्रेरित आला हजरत ताजुश्शरिया वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक व भारत गौरव रत्न से सम्मानित फरमान हसन खां आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं।
-मो० इरफान मुनीम
बरेली (Shah Times): दरगाह आला हजरत Bareilly से जुड़ी संस्था के सहयोग से इस बार पाँच बच्चों ने नीट परीक्षा पास की है। महानुभावों से प्रेरित आला हजरत ताजुश्शरिया वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक व भारत गौरव रत्न से सम्मानित फरमान हसन खां आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं। उनके प्रयासों से अब तक बड़ी संख्या में डॉक्टर, इंजीनियर कंप्यूटर विशेषज्ञ बन रहे हैं।

दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन आला हजरत ताजुश्शरिया वेलफेयर सोसायटी मजहबी कार्यों के साथ सामाजिक कार्यों को भी निष्ठा के साथ करा रही है। इस साल 150 बच्चों को जनकपुरी स्थित डेल्टा कोचिंग में नीट की मुफ्त कोचिंग कराई गई।
इस वर्ष कोचिंग करने वाले 6 अभ्यर्थी अच्छे अंकों से नीट में सफल हुए, व 100 से ज़्यादा बच्चों ने क्वालिफ़ाई किया। सोसायटी पिछले कई सालों से नीट, इंजीनियरिंग की मुफ्त कोचिंग करा रही है।
बड़ी मात्रा में बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करवाई जा रही है। जिसमें अब तक 32 बच्चे देश के सरकारी कॉलेज में चयनित हो चुके हैं। गौरतलब है संस्था जरूरतमंदों के बड़ी मात्रा में ऑपरेशन व कंप्यूटर कोर्स भी कराती रहती है। जनकपुरी की डेल्टा कोचिंग के डायरेक्टर सैयद जसीम के यहां 150 बच्चों को मुफ्त कोचिंग सोसाइटी की ओर से कराई गई।
जिसमें 6 बच्चे अच्छे अंकों से जिसमें संजीव कुमार 407 (केटेगरी) मो. सलीम 496, बुशरा ख़ान 384, मो.ज़ैद 475, अमन खान 442, जैनुल ख़ान 436 पास हुए, व बाकी बच्चों ने क्वालीफ़ाई किया।
फरमान मियां ने कहा कि सोसाइटी का मिशन है कि समाज के निचले तबके तक स्वास्थ्य और शिक्षा पहुंचे। सामाजिक असमानता को कम करने के लिए जरूरी है कि समाज से मज़दूर का बच्चा भी इंजीनियर, कंप्यूटर विशेषज्ञ और डॉक्टर बने।
ऐसे मेधावी बच्चे जिनके माता-पिता आर्थिक तंगी के चलते आगे पढ़ाई नहीं करा पाते हैं। संगठन ऐसे बच्चों को बिना किसी भेदभाव के हरसंभव मदद करती है। इस बार भी 6 बच्चे नीट में पास हुए हैं। फरमान मियां ने कहा कि हमारा मिशन है कि बच्चे पढ़-लिख कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ें।
मुफ्ती, आलिम, हाफ़िज़ के साथ-साथ इंजिनियर और डॉक्टर बनकर अपने परिवार का नाम रौशन करें। उन्होंने कहा कि रज़ा नगरी की पहचान दुनिया भर में ज्ञान और इल्म की रोशनी से है।
अच्छी संख्या में बच्चों के पास होने पर जमात रज़ा ए मुस्तफा के पदाधिकारी मोइन खान, शमीम अहमद, मौलाना शम्स, सूफी अबरार अहमद नूरी, कारी फ़ैज़ान अशरफ, हाफिज आमिर, ज़फर बेग, जनार्दन आचार्य, बिट्टू सिंह, ज़हीर अहमद, ज़ुल्फ़िकार अहमद, जुनैद रज़ा, मुस्तफा नवाज़, शैबुद्दीन रज़वी, साकिब अली, अब्दुल वाजिद, हाफिज आदिल रज़ा, हाफिज आमिर रज़ा आदि ने उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।