ग़ाज़ीपुर ,(Shah Times) । उत्तर प्रदेश में ग़ाज़ीपुर जिले के मरदह क्षेत्र में सोमवार को हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आने से एक बस में आग लग गयी और उसमें सवार पांच लोगों की मौत हो गई जबकि दस अन्य घायल हो गए।इस सिलसिले में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन इंजीनियरों को निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुये मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के मुफ्त इलाज के निर्देश दिये हैं। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
इस बीच, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने ढिलाई बरतने के आरोप में तीन इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है और एक लाइनमैन की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। उन्होंने ग़ाज़ीपुर और मऊ का भी दौरा किया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह घटना उस वक्त हुई जब मऊ जिले के खिरिया काझा गांव से एक बारात मरदह जा रही थी कि महाहर धाम के पास बस एक हाई-टेंशन तार के संपर्क में आ गई और उसमें आग लग गई। घटना के समय बस में लगभग 38 लोग यात्रा कर रहे थे।जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने घटना में पांच लोगों की मौत की पुष्टि की है. सूत्रों ने कहा कि घटना में दस लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीएम योगी के निर्देश पर गाजीपुर पहुंचे ऊर्जा मंत्री शर्मा ने अधिशाषी अभियंता मनीष, उपमंडल अधिकारी (एसडीओ) संतोष चौधरी और जूनियर इंजीनियर प्रदीप कुमार राय को निलंबित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने लाइनमैन नरेंद्र की सेवाएं समाप्त करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और अधीक्षण अभियंता से बात की और उन्हें राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने सहित प्रभावित लोगों को हर संभव मदद प्रदान करने का निर्देश दिया।