संभल , (Shah Times ) । रामपुर में दलित युवक की हत्या के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने रामपुर जा रहे। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर को पुलिस ने संभल में रोका गया। पुलिस ने चंद्रशेखर आजाद रावण को लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में किया नजर बंद। संभल सदर कोतवाली इलाके का मामला।
उत्तर प्रदेश स्थित रामपुर में गोली लगने से एक युवक के मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. एक ओर जहां आरोपी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है वहीं दूसरी ओर भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आजाद को नजरंबद कर लिया गया है।
बता दें सरकारी जमीन से आंबेडकर का बोर्ड हटावाने को लेकर दो पक्षों में बबाल हुआ था.इस दौरान एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई और 2 लोग हुए घायल थे. युवक की मौत से आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था. ग्रामीणों ने दावा किया था कि युवक की मौत किया था पुलिस की गोली लगने से हुई थी.जिसके बाद धारा 302,323,149,148,147 एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम की धारा 3(2)V के तहत चार पुलिस कर्मी,दो होमगार्ड सहित 25 नामजद लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. मृतक के पिता गेंदनलाल की शिकायत पर मिलक में मुकदमा दर्ज हुआ।
सोशल मीडिया पोस्ट में चंद्रेशखर ने लिखा- आज फिर से हाथरस याद आ रहा है, उत्तर प्रदेश में दलितों का दमन चरम पर है. रामपुर में भाई सोमेश की पुलिस द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गयी है, कई लोग घायल है लेकिन पुलिस मुझे सम्भल में रोक कर खड़ी है. क्या अब मैं अपने पीड़ित परिवार से भी नही मिल सकता हूं.
उन्होंने लिखा- सच मे उत्तरप्रदेश बदल गया है अब दलितों की हत्या के लिये अपराधियों की जरूरत नही है योगी जी की पुलिस ही बहुत है. जितनी पुलिस लगानी है लगा लो मुझे रोकने के लिये, मैं जाऊंगा और जरूर जाऊंगा. यह बात सरकार ध्यान से सुन ले. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी बताए दलितों की हत्याएं कब बन्द होगी उत्तरप्रदेश में?