भारत के प्रवेश का संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च संस्था में चीन कर रहा विरोध

जी20 के बाद भारत के नेतृत्व महत्व से संयुक्त राष्ट्र में मिल सकती है स्थाई सीट

दिल्ली। भारत (India) में अमेरिका (AMERICA) के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि चीन (China) के बाधक होने के बावजूद जी 20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) के बाद मेजबान देश के नेतृत्व महत्व को देखते हुए उसे संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की स्थायी सीट हासिल करने में मदद मिल सकती हैं।

गार्सेटी ने बताया कि अमेरिका भारत की इच्छा का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) के विस्तार का पुरजोर समर्थन करता है। उन्होंने कहा, “संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के नियम के तहत और हम अधिक से अधिक वोट पाने के प्रयास में भारत का बहुत समर्थन करते हैं, लेकिन मुख्य रूप से, दुर्भाग्य से, यह किसी अन्य देश (CHINA) की आपत्ति है, न कि अमेरिका की।”

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उन्होंने कहा, “ मुझे लगता है कि जी20 के बाद अधिक देश देखेंगे कि भारत का नेतृत्व कितना महत्वपूर्ण है और मुझे उम्मीद है कि इससे भारत के अधिक से अधिक समर्थकों को लाने के अभियान में मदद मिलेगी और जल्द ही एक दिन हम अंततः फलित होते हुए देखने में सक्षम होंगे।”

उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के पांच स्थायी सदस्यों में से चीन एकमात्र देश है जो संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च संस्था में भारत के प्रवेश का विरोध कर रहा है।

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