
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी चमोली के माणा गांव में हुए हिमस्खलन की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। ITBP, BRO और अन्य एजेंसियां राहत कार्यों में जुटीं।
चमोली के माणा गांव में BRO के निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की घटना, कई मजदूरों के दबे होने की आशंका। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी आपदा परिचालन केंद्र से राहत कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। ITBP, BRO और अन्य टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं।
देहरादून: माणा गांव में हिमस्खलन, राहत कार्यों की निगरानी के लिए आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे सीएम पुष्कर धामी
देहरादून,(Shah Times ) उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित माणा गांव के पास एक बड़ा हिमस्खलन हुआ है। यह घटना उस समय हुई जब सीमा सड़क संगठन (BRO) के मजदूर वहां निर्माण कार्य में लगे हुए थे। इस दुर्घटना के बाद राज्य सरकार ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की गंभीरता को देखते हुए आपदा परिचालन केंद्र से स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सीएम धामी ने किया स्थिति का गहन विश्लेषण
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने घटना को लेकर कहा, “जनपद चमोली में माणा गांव के निकट BRO द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ITBP, BRO और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है। भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं।”
BRO के 57 कर्मचारी मौजूद, 16 को सुरक्षित निकाला गया
रिपोर्ट के अनुसार, घटना के समय BRO के कुल 57 कर्मचारी मौके पर कार्य कर रहे थे। अब तक 16 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि बाकी मजदूरों को निकालने के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं। आईटीबीपी, एसडीआरएफ, और जिला प्रशासन की टीमें लगातार राहत कार्यों में लगी हुई हैं।
सरकार पूरी तरह सतर्क, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बचाव कार्यों में कोई ढिलाई न बरती जाए और घायलों को तुरंत आवश्यक चिकित्सा सहायता दी जाए। राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और भारतीय सेना भी राहत कार्यों में सहयोग कर रही हैं।
स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर
इस घटना के बाद चमोली जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
माणा गांव के इस हिमस्खलन हादसे ने उत्तराखंड सरकार को एक बार फिर आपदा प्रबंधन की चुनौती दी है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है, और सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि प्रभावित मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की सतर्कता और आपदा प्रबंधन टीम की तत्परता से उम्मीद है कि स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आ जाएगी।
उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा गांव के पास हिमस्खलन में फंसे 55 मजदूरों में से 33 को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि शेष 22 को निकालने के प्रयास जारी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने रेस्क्यू अभियान की समीक्षा करते हुए इसे तेज करने के निर्देश दिए हैं। खराब मौसम और भारी बर्फबारी के कारण हेलीकॉप्टर से बचाव कार्य संभव नहीं हो पा रहा है, लेकिन सभी एजेंसियां समन्वय बनाकर राहत कार्य में जुटी हैं। बचाए गए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है, और आवश्यकता पड़ने पर एयर एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश ले जाया जाएगा। बचाव कार्य की अगली प्रक्रिया शनिवार सुबह फिर शुरू होगी।
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