
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार साहा
अगरतला। त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Tripura Pradesh Congress Committee) ने अपनी संगठनात्मक पुनरुद्धार रणनीति के तहत शुक्रवार से केंद्र और राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों के खिलाफ एक महीने का घर-घर अभियान शुरू करने का फैसला किया है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार साहा (Asish Kumar Saha) ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह अभियान सार्वजनिक सुरक्षा और आर्थिक अधिकारों को सुरक्षित करने में सरकार की विफलता, आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, प्रशासन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और भगवा पार्टी के भाई-भतीजावाद को उजागर करेगा, जिससे परेशानियां कई गुना बढ़ गई हैं। इसके अलावा, अधिक से अधिक लोगों को कांग्रेस (Congress) में शामिल करने के लिए सदस्यता अभियान भी चलाया जाएगा।
साहा ने दावा किया कि देश के लोगों ने भगवा पार्टी की प्रतिशोध की राजनीति को देखने की कोशिश की है और पूरी लोकतांत्रिक प्रणाली भाजपा के साथ एक राजनीतिक समझौते में बदल गई है। उन्होंने कहा कि पार्टी भाजपा सरकार के खिलाफ 17 सूत्रीय मांगों के लिए जनता से समर्थन मांगेगी। राज्य के लोग पिछले छह वर्षों से भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की पूर्ण विफलता से पूरी तरह से परेशान हैं।
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उन्होंने कहा कि वर्तमान में, आम लोगों की गरिमा और सम्मान दोनों खत्म हो गए हैं। जीवन के अधिकार को ख़त्म कर दिया गया है। महिलाओं की सुरक्षा से लेकर रोजगार तक, शिक्षा की खराब स्थिति से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं की खस्ताहालत तक, सब कुछ दांव पर है। प्रशासन, कानून और व्यवस्था और पुलिस निगरानी राज्य के शासन से लगभग अनुपस्थित हैं।
उन्होंने कहा कि जब से भाजपा त्रिपुरा (Tripura) में सत्ता में आई है, उसने सभी राजनीतिक शिष्टाचार और संस्कृति खो दी है। सत्ताधारी दल के नेताओं को सामाजिक कार्यकर्ताओं के नाम पर सभी सरकारी आयोजनों में कैबिनेट में जगह दी जाती है, लेकिन विपक्ष के विधायकों या क्षेत्र के प्रमुख नागरिकों को जगह नहीं मिल रही है।
साहा ने कहा कि चिंता की बात यह है कि सत्तारुढ़ दल के नेताओं के नाम मानव तस्करी (Human trafficking) और नशीली दवाओं की तस्करी के रैकेट से जुड़े रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री की ओर से कोई बयान नहीं आया है।